Kisan Protest : पंजाब की खनौरी सीमा पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की भूख हड़ताल बुधवार को 37वें दिन भी जारी रही। उनकी जांच कर रहे डॉक्टर स्वयमन सिंह ने वीडियो जारी कर बताया कि डल्लेवाल की हालत नाजुक बनी हुई है। इस समय वह केवल अपनी मजबूत इच्छाशक्ति के बल पर जीवन जी रहे हैं। डल्लेवाल के शरीर में प्रोटीन की भारी कमी पाई गई है। जांच में उनके लिवर और किडनी में भी समस्याएं पाई गई हैं।


डॉ. स्वयमन सिंह ने कहा कि इस स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार से अपील है कि बिना समय गंवाए किसानों की मांगों पर तुरंत विचार किया जाए। बिगड़ती सेहत के बावजूद डल्लेवाल ने एक वीडियो संदेश जारी किया, जिसमें उन्होंने किसानों से 4 जनवरी को खनौरी सीमा पर आयोजित महापंचायत में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील की है।


चार घंटे चलेगी महापंचायत


डल्लेवाल ने कहा कि वह किसानों को एक अहम संदेश देना चाहते हैं। यह महापंचायत सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक चलेगी, जिसमें पंजाब, हरियाणा के अलावा देश के अन्य राज्यों से भी किसानों के पहुंचने की संभावना है। डल्लेवाल ने स्पष्ट किया कि उनका अनशन तभी खत्म होगा, जब केंद्र सरकार बातचीत के लिए तैयार होगी।


सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई


इस मामले को लेकर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। किसान नेताओं अभिमन्यु कोहाड़, काका सिंह कोटड़ा, और सुरजीत सिंह फूल ने कहा कि अदालत में हुई प्रक्रिया का विश्लेषण किया गया है। उनका मानना है कि सुप्रीम कोर्ट का रुख पहले के मुकाबले बदल गया है। यदि केंद्र सरकार किसानों की मांगों पर चर्चा के लिए सहमत होती है, तो डल्लेवाल अनशन खत्म करने पर विचार कर सकते हैं।

आंदोलन रहेगा जारी


किसान नेताओं ने कहा कि केंद्र को संवैधानिक संस्थाओं के माध्यम से जरूरी दिशा-निर्देश जारी कर किसानों की मांगें पूरी करनी चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान का हवाला देते हुए कहा कि जब रूस-यूक्रेन जैसे बड़े विवाद बातचीत से हल हो सकते हैं, तो किसानों की समस्याओं का समाधान बातचीत के जरिए क्यों नहीं हो सकता?
किसान नेताओं ने यह भी स्पष्ट किया कि आंदोलन फिलहाल जारी रहेगा। पंजाब सरकार के कहने पर पुलिस-प्रशासन को इसमें कोई रुकावट पैदा नहीं करने दी जाएगी। खनौरी सीमा पर किसान और युवा 24 घंटे पहरा दे रहे हैं।