महासमुंद. छत्तीसगढ़ में चुनावी सरगर्मियां बढ़ गई है. हर किसी की नजर किसानों पर है, लेकिन किसान अपनी मांगों को लेकर कई जगहों पर संघर्षरत हैं. ऐसा ही एक संघर्ष किसानों का महासमुंद में चल रहा. बीते 483 दिनों से किसानों का सत्याग्रह जारी है. किसान विश्व धरोहर सिरपुर को बचाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं.

किसानों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मांग की है कि समर्थन मूल्य पर सभी फसलों की खरीदी का बाजार बनाई जाए. शराबबंदी, मंडी पुनः शुरू करने, कोडार बांध का पानी उद्योगों की जगह किसानों को दिया जाए. वहीं छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि स्थानीय विधायकों की संपत्ति की जांच होनी चाहिए.

किसान मोर्चा का कहना है कि हमारा अभियान विधायक को हटाते तक जारी रहेगा. हाईवे स्थित खैरझिटी, कौंवाझर, मालीडीह के कृषि भूमि, गरीबों का क़ाबिल कास्त भूमि, आदिवासी भूमि, वन भूमि, शासकीय भूमि में गैर कानूनी ढंग से निर्माणाधीन करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट के विरोध में विगत 25 फरवरी 2022 से अंचल के किसानों का छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले अखंड सत्याग्रह चल रहा है.

अखन्ड सत्याग्रह के 483 वें दिन समर्थन में हजारों किसान पहुंचे. साथ ही किसान, छात्र, मजदूर, महिला किसान जोड़ो किसान रथ यात्रा का समापन लोहिया चौक महासमुंद में हुआ.