KISS Student Death Bhubaneswar: भुवनेश्वर. कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (KISS) में क्योंझर जिला के एक नौवीं क्लास के आदिवासी छात्र की मौत हो गई है. मौत को लेकर गंभीर आरोप सामने आए हैं. परिवार ने इंस्टीट्यूट पर हत्या, तथ्यों को छिपाने और प्रक्रिया में लापरवाही का आरोप लगाया है.
जानकारी के अनुसार मृतक क्योंझर जिले के टिकरगुमुरा गांव का रहने वाला नौवीं क्लास का छात्र था और KISS में पढ़ता था. KISS जो आदिवासी छात्रों के लिए एक रेजिडेंशियल एजुकेशनल इंस्टीट्यूट है.
Also Read This: सड़क किनारे सफेद कपड़े में मिला बच्चे का शव, जांच में जुटी पुलिस

KISS Student Death Bhubaneswar
इस घटना के बाद क्योंझर जिले में विरोध प्रदर्शन हुआ, जहां परिवार ने शव को जिला कलेक्टर के ऑफिस के सामने रखकर न्याय और निष्पक्ष जांच की मांग किए है.
परिवार ने आरोप लगाया है कि न तो KISS अधिकारियों और न ही KIMS अस्पताल ने मेडिकल इलाज के कागजात, डिस्चार्ज समरी, या बच्चे की मौत कैसे हुई, इस बारे में कोई लिखित स्पष्टीकरण दिया है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शव सौंपने से पहले भुवनेश्वर में कोई पोस्टमार्टम जांच नहीं की गई.
Also Read This: Breaking News : सीआरपीएफ कैंप में जवान ने की खुदकुशी, AK-47 से खुद को मारी गोली
अधिकारियों का कहना है,”हमे पता चला यह घटना भुवनेश्वर के एक इंस्टीट्यूट में हुई थी. परिवार शव को यहां लाए . हमने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. आगे की कार्रवाई कानून के अनुसार की जाएगी.”
यह घटना भुवनेश्वर के एजुकेशनल संस्थानों पर बढ़ती निगरानी के बीच हुई है, क्योंकि हाल ही में KIIT में एक छात्र की मौत की खबर आई थी, जिसने नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन सहित राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं का ध्यान खींचा था.
शिक्षाविद आर एन पांडा ने कहा, “आरोपों के अनुसार, KISS अधिकारियों ने मृतक लड़के के परिवार वालों को कोई कागज़ नहीं दिए हैं. उन्होंने कहा है कि वे इसे WhatsApp पर भेज देंगे. यह किसी ऐसे एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के लिए सही तरीका नहीं है जहाँ हज़ारों दूसरे छात्र पढ़ते हैं. इंस्टीट्यूट को मामले के पीछे की सच्चाई बतानी चाहिए और संबंधित रिपोर्ट शेयर करनी चाहिए. सरकार को भी इस मामले पर ध्यान देना चाहिए, खासकर KIIT में छात्र की मौत की रिपोर्ट के बाद, जिसमें नेशनल ह्यूमन राइट्स काउंसिल का भी दखल था.”
Also Read This: डिजिटल फसल सर्वे में ओडिशा नंबर-1: 96.67% एक्यूरेसी, केंद्र ने बताया देश का मॉडल सिस्टम
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें



