तीखा और चटपटा खाना हमारे स्वाद को बढ़ाता है, लेकिन लाल मिर्च और हरी मिर्च का ज़्यादा सेवन स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हो सकता है. पेट की जलन, गैस, एसिडिटी और अल्सर जैसी समस्याएं आम हैं. ऐसे में कुछ प्राकृतिक और सेहतमंद विकल्प हैं जो खाने में तीखापन भी बनाए रखते हैं और नुकसान भी नहीं करते. आइए जानते हैं ऐसे मसालों के बारे में जिन्हें आप लाल या हरी मिर्च की जगह इस्तेमाल कर सकते हैं.

काली मिर्च

फायदे-एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर, पाचन को दुरुस्त करती है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाती है. स्वाद-तीखा लेकिन मृदु, खासतौर पर सूप, सब्ज़ी और दाल में बढ़िया लगता है.

अदरक पाउडर या ताजा अदरक

फायदे-सूजन और दर्द को कम करता है, पेट की समस्याओं के लिए बेहतरीन. स्वाद-तीखापन और गहराई दोनों देता है, खासकर ग्रेवी या करी में.

काली जीरी या अजवाइन

फायदे-पाचन शक्ति को बढ़ाता है और गैस व अपच से राहत देता है. स्वाद-हल्का तीखा और तीव्र, पर बहुत सेहतमंद.

सरसों के दाने

फायदे-मेटाबोलिज्म तेज करता है और आंतों को साफ रखने में मदद करता है. स्वाद-हल्का तीखा और चटपटा, खासकर दक्षिण भारतीय व्यंजनों में खूब इस्तेमाल होता है.

हींग

फायदे-गैस और अपच में बेहद फायदेमंद, सूजन कम करने वाला. स्वाद-तीखा और अलग किस्म का फ्लेवर देता है, खासकर दाल और कढ़ी में तीखापन लाने के लिए आप इस्तेमाल कर सकते हैं.

अतिरिक्त सुझाव

नींबू का रस, काली नमक, या चाट मसाला भी स्वाद को बढ़ाते हैं बिना ज्यादा तीखेपन के. सौंठ (सूखा अदरक पाउडर) भी एक बेहतरीन विकल्प है.