रायपुर. आज बिहार के वैशाली जिले में सीमांचल एक्सप्रेस के नौ डिब्बे पटरी से उतर गए. यह हादसा रविवार को उस वक्त हुआ जब ट्रेन दिल्ली से आते समय 3 बजकर 52 मिनट पर सहदेई बुजुर्ग में हुआ. इस हादसे में अब तक 7 लोगों की मौत हो गई है. जबकि 24 लोग घायल है. अब आपको मोदी सरकार के इन साढ़े चार साल में 350 से अधिक रेल हादसे में से 10 बड़ी हादसों के बारे बताते है.
रेल मंत्रालय के आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि पिछले साढ़े चार वर्षों में 350 से अधिक छोटे-बड़े हादसे हो चुके हैं. छोटे हादसे का आशय यहां मानवरहित रेलवे क्रासिंग पर हुईं ऐसी छोटी दुर्घटनाओं से है. जिसमें एक या दो लोगों की जान गई. 2017 में समाचार एजेंसी भाषा की एक रिपोर्ट में रेल मंत्रालय में दर्ज हादसों के आंकड़े का ब्यौरा दिया गया है. आंकड़ों के मुताबिक 2014-15 में 135 हादसे हुए और 2015-16 में घटकर 107 रह गये. 2016-17 में रेल हादसों का आंकड़ा घटकर 104 हो गया. अधिकारी ने कहा कि वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान 1,503 मानवरहित समपार क्रॉसिंग को खत्म किया गया जबकि 484 मानवयुक्त समपार फाटकों को उपरिगामी सेतु या भूमिगत सेतु बनाकर खत्म किया गया जो अब तक एक रिकॉर्ड है.
मोदी सरकार के कार्यकाल में ये रहीं बड़े ट्रेन हादसे
- 150 लोगों की मौत, 20 नवंबर 2016 को उत्तर प्रदेश के कानपुर के पास पुखरायां में बड़ा रेल हादसा हुआ. इसमें 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.
- 34 लोगों की मौत, 20 मार्च 2015 को देहरादून से वाराणसी जा रही जनता एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी. इस हादसे में 34 लोग मारे गए थे. यह हादसा रायबरेली के बछरावां रेलवे स्टेशन के पास हुई हुआ था.
- 39 लोगों की मौत, 22 जनवरी 2017 को हीराखंड एक्सप्रेस आंध्र प्रदेश के विजयानगरम जिले में पटरी से उतर गई थी. इस दुर्घटना में करीब 39 यात्रियों की मौत हो गई थी और 36 लोग घायल हुए थे.
- 31 लोगों की मौत, 5 अगस्त 2015 में मध्य प्रदेश के हरदा के करीब एक ही जगह पर 10 मिनट के अंदर दो ट्रेन हादसे हुए. इटारसी-मुंबई रेलवे ट्रैक पर दो ट्रेनें मुंबई-वाराणसी कामायनी एक्सप्रेस और पटना-मुंबई जनता एक्सप्रेस पटरी से उतर गईं. माचक नदी पर रेल पटरी धंसने की वजह से हरदा में यह हादसा हुआ और 31 लोगों की जान चली गई.
- 25 लोगों की मौत, 25 मई 2015 को कौशांबी के सिराथू रेलवे स्टेशन के पास मूरी एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई थी. हादसे में 25 यात्री मारे गए थे, जबकि 300 से ज्यादा घायल हुए थे.
- 22 लोगों की मौत, 19 अगस्त 2017 को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में उत्कल एक्सप्रेस पटरी से उतर गई, जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई और 156 से ज्यादा लोग घायल हो गए.
- 22 लोगों की मौत, 26 मई, 2014 को उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले में चुरेन रेलवे स्टेशन के पास गोरखधाम एक्सप्रेस ने एक मालगाड़ी को उसी ट्रैक पर टक्कर मार दी. इस हादसे में 22 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी.
- 10 स्कूली बच्चों की मौत, 25 जुलाई 2016 को भदोही इलाके में मडुआडीह-इलाहाबाद पैसेंजर ट्रेन मिनी स्कूल वैन टकरा गई. जिसमें 10 स्कूली बच्चों की मौत हो गई है। इस वैन में 19 बच्चे सवार थे.
- 7 लोगों की मौत, 10 अक्टूबर 2018 को रायबरेली के हरचंदपुर रेलवे स्टेशन के पास 14003 न्यू फरक्का एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गई. मालदा टाउन से नयी दिल्ली जा रही इस ट्रेन के इंजन सहित नौ डिब्बे पटरी से उतर गए.इस हादसे में सात लोगों की मौत हो गई थी.
- 4 महिलाओं की मौत, 17 मार्च 2017 को बंगलुरु के चित्रादुर्गा जिले में एक एंबुलेंस की ट्रेन से भिड़ंत होने के चलते चार महिलाओं की मौत हो गई.