Bihar Budget 2025: बिहार विधानसभा में वित्त मंत्री सम्राट चौधरी वर्ष 2025-2026 का बजट पेश कर दिया है. इस बार बिहार का बजट 3 लाख 16 हजार 750 करोड़ का है, जो पिछले वित्तीय वर्ष के बजट वर्ष से 38 हजार करोड़ अधिक है. सम्राट चौधरी ने कहा कि, बिहार में केंद्र सरकार सहयोग कर रही है. नीतीश कुमार को डबल इंजन सरकार का सहयोग मिल रहा है. इसीलिए मैं 3 लाख 17 हजार करोड़ का बजट लेकर आया हूं.

राज्य में संचालित होंगे निजी मेडिकल कॉलेज

सम्राट चौधरी ने आगे कहा कि, PPP (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल के आधार पर निजी क्षेत्र के सहयोग से राज्य में नए निजी मेडिकल कॉलेज संचालित किए जाएंगे. हमारे जो मेडिकल कॉलेज बने हैं, उन्हें भी हम निजी भागीदारी से चलाने का काम करेंगे. संपूर्ण राज्य में शहरी क्षेत्र के विकास के लिए, विशेष रूप से वंचित वर्ग के लोगों के लिए और स्लम क्षेत्र इत्यादि के लिए नगर चिकित्सा केंद्रों की स्थापना की जाएगी.

बजट में स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी कई येजनाएं दीं गई हैं. कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की रोकथाम एवं इलाज के लिए ‘बिहार कैंसर केयर सोसाइटी’ की स्थापना की जाएगी. बेगूसराय में एक कैंसर अस्पताल की स्थापना की जाएगी.

छात्रवृत्ति दर को किया गया दोगुना

छात्रवृत्ति योजना के तहत छात्रवृत्ति दर को दोगुना किया जाएगा. इस पर राज्य सरकार के अतिरिक्त लगभग 260 करोड़ रुपये का वार्षिक व्यय अनुमानित है. मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति छात्रावास अनुदान योजना अंतर्गत छात्रावास अनुदान की वर्तमान दर 1,000 रुपये प्रतिमाह को दोगुना कर 2,000 रुपये प्रतिमाह किया जाएगा.

बजट में महिलाओं के लिए किए गए कई ऐलान

इस बार के बजट में कहा गया है कि राज्य के प्रमुख शहरों में महिला वाहन परिचालन प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की जाएगी. इसमें प्रशिक्षक भी महिलाएं होंगी. महिला स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए महिला चालकों को ई-रिक्शा एवं दो पहिया वाहन के व्यावसायिक परिचालन के लिए क्रय करने पर नकद अनुदान का प्रावधान किया जाएगा. राज्य के सभी निबंधन कार्यालय पूर्णतः पेपरलेस होंगे. देश या देश के बाहर रहने वाले व्यक्तियों की ओर से ऑनलाइन निबंधन किया जा सकेगा.

उड़ान योजना के तहत विकसित होंगे हवाई अड्डे

बिहार में राजगीर, सुल्तानगंज (भागलपुर) एवं रक्सौल में हवाई अड्डा विकसित किया जाएगा. इसी प्रकार छोटे हवाई अड्डा भागलपुर, वाल्मीकिनगर, वीरपुर (सुपौल), मधुबनी, मुंगेर और सहरसा हवाई अड्डा के साथ-साथ मुजफ्फरपुर हवाई अड्डा को उड़ान योजना के तहत विकसित किया जाएगा. इन हवाई अड्डों को 19 सीटों तक की क्षमता वाले छोटे विमानों के संचालन के लिए तैयार किया जाएगा. ये सभी योजनाएं बिहार में हवाई संपर्कता को मजबूती प्रदान करेंगी.

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