कोलकाता। सोशल मीडिया पोस्ट किस तरह से यूजर पर उल्टा असर डाल सकती है, इसका एक उदाहरण गुरुवार को देखने को मिला, जब एक महिला को फेसबुक पर अपनी एक फोटो पोस्ट करने के बाद गिरफ्तार किया गया. उसने कुछ महीने पहले मध्यमग्राम के एक घर से कथित तौर पर साड़ी चुराई थी. यह गिरफ्तारी मध्यमग्राम पुलिस द्वारा की गई व्यापक कार्रवाई का हिस्सा थी, जिसने साइबर धोखाधड़ी और घर में चोरी से जुड़े छह मामलों से जुड़ी बनारसी साड़ी और आभूषण सहित कई चोरी की गई वस्तुओं को जब्त किया.

पुलिस ने चार महीने की जांच के दौरान एक स्कूटर, एक बाइक और अन्य कीमती सामान भी बरामद किया. बारासात की एसपी प्रतीक्षा झारखरिया ने कहा, “इन सामानों को उनके असली मालिकों को लौटा दिया गया है.” इसके अलावा साइबर धोखाधड़ी के पीड़ितों को 1,26,964 रुपये लौटाए गए. पूजा सरदार नाम की महिला सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया.

पुलिस के अनुसार, मध्यमग्राम के एलआईसी टाउनशिप में सेवानिवृत्त राज्य सरकार के अधिकारी आशीष दासगुप्ता के घर से बनारसी साड़ी और सोने के आभूषण – जिसमें एक जोड़ी चूड़ियाँ, झुमके और दो चेन शामिल थे – चोरी हो गए. एक अधिकारी ने कहा. “दासगुप्ता ने पिछले साल दिसंबर के मध्य में कीमती सामान गायब होने के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. लगभग उसी समय बारासात-मध्यग्राम क्षेत्र में कई चोरी और साइबर धोखाधड़ी की शिकायतें दर्ज की गईं. हमने एक समन्वित जांच शुरू की,”

दासगुप्ता की बेटी ने एक फेसबुक पोस्ट देखी जिसमें सरदार को चोरी की गई साड़ी पहने हुए देखा गया था. उसने स्क्रीनशॉट लिया और पुलिस को सतर्क कर दिया. दासगुप्ता ने कहा, “चोरी के समय सरदार हमारे घर में घरेलू सहायिका के रूप में काम करती थी. हमें उस पर शक था, लेकिन सबूत नहीं थे. जब उसे लगा कि हम संदिग्ध हैं, तो उसने नौकरी छोड़ दी.”

पुलिस ने बताया कि सरदार को अपनी गलती का एहसास होने के बाद वह छिप गई, लेकिन आखिरकार उसे मध्यमग्राम में एक रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार कर लिया गया. उसने शुरू में आरोपों से इनकार किया, लेकिन बाद में उसने कबूल कर लिया.