मनोज यादव, कोरबा। जिला पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. महिला नर्स के अपहरण मामले में 5 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है. आरोपियों का किडनैपिंग के बाद 2 करोड़ वसूली की योजना थी. पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त वाहन को भी जब्त कर लिया है. नर्स का रिश्तेदार ही किडनैपर निकला.
मामले में पूछताछ के दौरान एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया था कि अज्ञात अपहरणकर्ताओं ने जिस स्कॉर्पियो वाहन में अपहरण किया था. वह CG-12 पासिंग की थी, इस आधार पर CG-12 पासिंग के सफेद रंग के स्कॉर्पियो के पंजीकृत स्वामियों की जानकारी परिवहन कार्यालय कोरबा से प्राप्त की गई.
प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत हो रहा था कि घटना को महिला के किसी करीबी व्यक्ति के द्वारा ही किया गया है, इस आधार पर घटनास्थल के आसपास के इलाके में चलने वाले स्कॉर्पियो वाहन को पहले टारगेट में किया गया. परिवहन कार्यालय से जानकारी प्राप्त हुआ कि कुसमुंडा, गेवरा, हरदी बाजार, दीपका इलाके में CG 12 पासिंग की कुल 21 स्कार्पियो वाहन चल रही है.
इस आधार पर सभी 21 स्कॉर्पियो वाहन के बारे में गोपनीय तौर पर जानकारी एकत्रित की गई. वाहन कहां-कहां पर चल रहे थे. पतातसाजी के दौरान जानकारी प्राप्त हुआ कि स्कॉर्पियो क्रमांक सीजी-12-AW-4542 जो संदीप कुमार मानिकपुरी के नाम पर पंजीकृत है, जिसे वाहन चालक अरविंद प्रताप कोर्राम चला रहा था.
अरविंद प्रताप कोर्राम को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उसने बताया कि संजीव कुमार गोंड़ नामक व्यक्ति को 3 हजार रुपए में वाहन को बुक किया था. अरविंद प्रताप सिंह से सख्ती से पूछताछ करने पर उसने पूरे घटना के बारे में विस्तार से जानकारी दी. अरविंद प्रताप सिंह से मिली जानकारी के आधार पर संजीव कुमार गोंड से पूछताछ की गई, जिसने बताया कि आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर पिता शत्रुघ्न राठौर निवासी भठोरा चौकी हरदी बाजार का मामले का मास्टर माइंड है, जिसने संजीव कुमार गोंड को महिला के अपहरण के लिए 3 लाख रुपए में सुपारी दिया था. घटना के कुछ दिन पहले आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर, संजीव कुमार गोंड़, शत्रुघ्न सिंह गोंड, गोवा राज और सुनील सिंह आपस में मिलकर महिला के अपहरण के बारे में योजना बनाए.
मुआवजे की रकम बनी अपहरण का मुख्य कारण
आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर पूर्व में अपहृत महिला को 80 हजार रुपए उधार में दिया था, जिसे महिला वापस नहीं कर रही थी. साथ ही महिला को मुआवजा में बड़ी रकम मिली थी, जिससे लालच में आकर आरोपी सुरेंद्र राठौर ने अपहरण की योजना बनाई.
महिला का करीबी निकला मुख्य साजिशकर्ता
मामले में गिरफ्तार आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर महिला से पूर्व परिचित और उसके परिवार का करीबी है, जिसे मालूम था कि महिला को एसईसीएल से मुआवजे में बड़ी रकम मिली है. आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर की योजना थी कि महिला को अपहरण कर उससे 2 करोड़ रुपए फिरौती की मांग की जाए ,क्योंकि महिला के पति की मौत हो चुकी है. महिला अकेले रहती है इसलिए आसानी से उसे रकम हासिल किया जा सकता है. सुरेंद्र राठौर ने योजना बनाया की संजीव कुमार गोंड़ अपने साथियों के साथ स्कॉर्पियो में लेकर महिला को जंगल की ओर चले जाएगा. बाद में सुरेंद्र कुमार राठौर महिला को खोजते खोजते घटनास्थल की ओर पहुंचेगा. महिला और अपहरणकर्ताओं के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभा का रकम देने के लिए तैयार करेगा.
इस तरह से दिया घटना को अंजाम
मुख्य आरोपी एवं साजिशकर्ता सुरेंद्र कुमार राठौर ने अन्य आरोपी को बताया कि महिला प्रतिदिन रात्रि में 8:00 बजे ड्यूटी के लिए जाती है, घर से निकलते ही उसका अपहरण किया जा सकता है. घटना दिनाक को महिला जैसे ही अपने घर से ड्यूटी के लिए बाहर निकलती उसे, वहीं पर अपहरण करना था, लेकिन वहां पर भीड़ होने के कारण आरोपी अपने प्लान में बदलाव किया और महिला को पीछा करते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाईबाजार तक पहुंचे. जैसे ही महिला अस्पताल के पास पहुंची आरोपी संजीव कुमार गोंड़ और शत्रुघ्न गोंड नीचे उतरे और महिला को जबरन उठाकर वाहन में भर लिया और फरार हो गए.
रात भर जंगल में अलग-अलग रास्तों पर घुमाया
मामले में अपहृत महिला को आरोपी गण संजीव कुमार गोंड़ शत्रुघ्न गोंड, अरविंद प्रताप सिंह गोवा राज और सुनील सिंह स्कॉर्पियो वाहन में लेकर रतीजा के आगे और बोइदा के बीच के जंगलों में अलग-अलग लोकेशन पर रातभर घुमाते रहे और सुरेंद्र कुमार राठौर के अगले आदेश का इंतजार करते रहे.
सहानुभूति हासिल करने आरोपी सुरेंद्र राठौर निकला महिला की तलाश में
मुख्य आरोपी सुरेंद्र राठौर अपहृत महिला एवं परिवार की सहानुभूति प्राप्त करने के लिए अपने एक अन्य साथी मुकेश यादव नामक व्यक्ति के साथ रात में ही कड़कड़ाती ठंड में बुलेट मोटरसाइकिल से आरोपी को खोजने के लिए निकला और अलग-अलग स्थानों पर रातभर खोजने का नाटक करता रहा.
5 आरोपी गिरफ्तार
घटना में उपयोग किए गए स्कार्पियो वाहन सीजी-12 AW 4542 को बरामद कर जब्त कर लिया गया है. मामले में मुख्य साजिशकर्ता आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर ,अरविंद प्रताप सिंह, शत्रुघ्न सिंह ,संजीव कुमार, गोवा राज को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिन्हें न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है. 1 आरोपी सुनील कुमार सिंह फरार है, जिसे शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
पुलिस अधीक्षक ने 10 हजार रुपए नगद इनाम की घोषणा की
उपरोक्त मामले में अपहृत महिला को बरामद करने एवं आरोपीगण को गिरफ्तार करने में शामिल सभी अधिकारी कर्मचारियों को पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल ने 10 हज़ार रुपए नगद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की है. थाना प्रभारी कुसमुंडा निरीक्षक लीलाधर राठौर, चौकी प्रभारी हरदी बाजार निरीक्षक अभय सिंह बैस, सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक कृष्णा साहू, प्रधान आरक्षक अश्वनी वर्मा,आर जितेंद्र रात्रे, संजय चंद्रा डेमन ओगरे, विकेश्वर सिंह, प्रशांत सिंह, रवि चौबे गंगाराम डांडे का महत्वपूर्ण योगदान रहा है.
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