मनोज यादव,कोरबा। जिला अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आई है. दर्द से कराह रही गर्भवती महिला को कोरोना जांच के लिए भेज दिया. परिसर में जांच केंद्र के बाहर गर्भवति महिला को व्हीलचेयर पर बैठकर काफी समय तक कतार में खड़े होना पड़ा. इसी दौरान महिला के पेट में दर्द उठा और उसने व्हीलचेयर पर ही बैठे-बैठे बच्चे को जन्म दे दिया. अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही का ही नतीजा है कि गर्भवति महिला को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
दरअसल कोरबा की आईएसओ प्रमाणित जिला अस्पताल में आज सुबह नकटीखार निवासी 27 वर्षीय गनेशिया बाई मंझवार को लाया गया था. वो गर्भवती थी और दर्द से बेहाल थी. जिला अस्पताल में भर्ती कराने से पहले उसे कोरोना जांच कराने को कह दिया गया. मतानिन और उसके परिजन महिला को व्हीलचेयर पर बैठाकर जिला अस्पताल के बाहर परिसर में लेकर पहुंचे. जांच केंद्र के बाहर लंबी कतार में लगी हुई थी, सुबह 9 बज चुके थे. बावजूद इसके कोरोना जांच शुरु नहीं हुआ था. सैंपलिंग शुरु होने के बाद भी उसका नंबर बहुत पीछे था.
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कतार में व्हीलचेयर पर बच्चे को दिया जन्म
काफी देर से व्हीलचेयर पर बैठी गनेशिया बाई के पेट में ज्यादा दर्द उठने लगा, उसकी हालत खराब हो गई. तभी उसने व्हीलचेयर पर अपने बच्चे को जन्म दिया. कतार में खड़े सभी लोग हैरान हो गए. उसके बाद मां और बच्चे दोनों को तत्काल व्हीलचेयर के सहारे ही जिला अस्पताल लाया गया, तब जाकर जांच शुरू हुई.
सुबह से खाती रही दर दर की ठोकरें
प्रसूता गनेशिया बाई के पति देवानंद ने बताया कि जिला अस्पताल में उसकी पत्नी को भर्ती करने के बजाय कोरोना जांच करवाने के लिए भेज दिया गया. कोरोना जांच केंद्र सुबह बंद रहने के कारण उसे निजी अस्पताल भी लेकर गए. लेकिन कही कोरोना जांच नहीं हो सका. पत्नी दर्द से कराह रही थी और दर दर की ठोकरें भी खाती रही. आखिरकार डॉक्टर ने नहीं भगवान ने उसकी सुन ली और कोरोना जांच केंद्र के बाहर ही उसने स्वस्थ्य बच्चे को जन्म दिया.
4 साल पहले हुई थी शादी
देवानंद ने यह भी बताया कि उसकी शादी के 4 साल बाद उनका पहला बच्चा हुआ है. अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर इमरजेंसी स्थिति में प्रसूता का जांच जिला अस्पताल में ही हो जाता, तो उसे इतना भटकना नहीं पड़ता. अस्पताल प्रबंधन की यह लापरवाही है.
मां-बच्चे की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव
देवानंद ने बताया कि डिलीवरी के बाद मां और बच्चे का कोरोना सैंपल लिया गया. दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आई है. मां और बच्चे दोनों स्वास्थ्य हैं.
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