राजस्थान का कोटा शहर अपनी कोचिंग क्लास के लिए विख्यात हैं. यहां हर साल लगभग चार लाख से भी अधिक तादाद में छात्र इंजीनियरिंग और मेडिकल परीक्षा में दाखिला लेने के इरादे से परीक्षा की तैयारी के लिए आते हैं. इसलिए कोटा शहर को कोचिंग कैपिटल ऑफ इंडिया और एजुकेशन सिटी ऑफ इण्डिया जैसे नामों के रूप में पहचान मिली हैं. कोटा शहर को जयपुर के बाद राजस्थान में दूसरी सबसे अच्छी रहने लायक जगह माना जाता हैं. राजस्थान में चम्बल नदी कोटा की खूबसूरती बढ़ाने के साथ-साथ यहां की जीवन रेखा के रूप में भी जानी जाती हैं.
इसके अलावा कोटा शहर में प्राचीन महलो के इतिहास की झलक भी देखने लायक हैं. यहां कई उद्यान भी है, इनमे से सबसे खास चम्बल उद्यान हैं. अगर आप भी कोटा घूमने का प्लान बना रहे है तो हम आपको कोटा के ऐसे खूबसूरत जगहों के बारें में बताएंगे जहां आप अपनी छुट्टियों का पूरा मजा ले पाएंगे. Read More – Sidharth Malhotra और Kiara Advani की हो गई परमानेंट बुकिंग, शादी के बाद रोमांस में डूबा दिखा नया जोड़ा …
चम्बल उद्यान
चंबल नदी के तट पर स्थित यह स्थान कोटा शहर के सबसे खूबसूरत पिकनिक स्पॉट में से एक है. चम्बल नदी राष्ट्रीय चंबल घड़ियाल अभयारण्य का एक हिस्सा है. चंबल उद्यान में आप पहुंचकर यहाँ हरियाली की गोद में शांति का आनंद ले सकते हैं. यहां का प्रमुख आकर्षण नाव की सवारी है, जिससे आप चंबल नदी के आस पास घाट पर जा सकते है.
सेवन वंडर पार्क
कोटा में एक ऐसा पार्क है जहाँ आप एक साथ पूरी दुनिया के सात अजूबे दिख जायेंगे, जी हाँ कोटा का सेवन वंडर्स पार्क जाकर आप एक साथ दुनियाभर के सात अजूबों को देख सकते है. यह पार्क किशोर सागर झील के किनारे पर स्थित है जो इस जगह की सुंदरता को और भी ज्यादा बढ़ा देती है. यह जगह कोटा में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है जिसमें दुनिया के सभी सात अजूबों के स्माल मॉन्यूमेंट्स मौजूद हैं. इस पार्क में ताजमहल, ग्रेट पिरामिड, एफिल टॉवर, लीनिंग टावर, क्राइस्ट द रिडीमर ऑफ ब्राजील, कोलोसियम और स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी शामिल हैं. पार्क के अंदर खाने के स्टॉल हैं और लोग परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक का आनंद लेने के लिए यहां आते हैं.
कोटा-बैराज
चम्बल नदी पर बना कोटा बैराज एक पर्यटक स्थल के रूप में लोगों के बीच पॉपुलर है, वैसे तो इसे जवाहर सागर बांध, गांधी सागर बांध और राणा प्रताप सागर बांध इन तीनो बांधो के पानी को संग्रहीत करने के उदेश्य से बनाया था. पानी की वजह से यहां उठने वाला सफेद धुआं लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना रहता हैं. पुल के आसपास के इलाकों में घूमने वाले, पिकनिक मनाने वाले और बाहर से आने वाले पर्यटकों का जमघट पूरे साल लगा रहता है. Read More – BB 16 के फिनाले से पहले चमकी Shiv Thakare की किस्मत, रोहित शेट्टी दिया ये ऑफर …
खड़े गणेश मंदिर
कोटा का यह गणेश मंदिर अपने आप में बहुत खास है, यहाँ की अनोखी बात यह है कि भगवान गणेश की मूर्ती खड़ी हैं जो कि पूरे भारत में भगवान गणेश की एक मात्र खड़ी मूर्ती मानी जाती हैं. माना जाता है यह मंदिर लगभग 600 साल से भी अधिक पुराना है, मंदिर के पास एक झील है जिसके आसपास कई मोरों की मौजूदगी इस स्थान को और भी आकर्षित बनाती हैं.
गेपरनाथ जलप्रपात
यह एक बहुत ही सुन्दर और मनमोहक देखने योग्य स्थान है. अगर आपको इस झरने को अच्छे से देखना चाहते है तो यहां मानसून के मौसम में जरूर जाए. पर्यटकों के लिए प्रकृति फोटोग्राफी, पिकनिक और छोटे ट्रेक के साथ साथ और भी वजह से लोगो के बीच लोकप्रिय हैं. इस झरने का नजारा देखने जैसा होता हैं. जो कि बारिश के जल से यह झरना को और भी आकर्षित करता है.
शिवपुरी धाम
भारत धार्मिक मान्यताओं और पवित्र मंदिरों से बसा देश है, यहां कई सारे प्राचीन और पवित्र मंदिर हैं, इनमें भगवान भोलेनाथ के मंदिरों की महिमा ही अपार है. मान्यताओं के मुताबिक भोलेनाथ के 12 ज्योतिर्लिंगों में भगवान शिव ज्योति के रूप में स्वयं विराजमान हैं. ये सभी ज्योतिर्लिंग भारत के अलग अलग राज्यों में स्थित हैं. लेकिन कोटा शहर में स्थित शिवपुरी धाम एक अनोखा मंदिर है, शिवपुरी धाम शिव को समर्पित है और मंदिर परिसर में लगभग 525 शिव लिंग स्थापित हैं. इनको जोड़ने पर 12 आता है. ऐसे में यहां दर्शन और पूजा करने वाले श्रद्धालुओं को 12 ज्योतिर्लिंग का फल मिलता है.
राव माधोसिंह संग्रहालय
राव माधोसिंह संग्रहालय राजस्थान के कोटा में पुराने महल के परिसर में स्थित हैं. जोकि राजस्थान के इतिहास, संस्कृति, कलाकृतियों और दस्तावेजों को संभाले हुए एक समृद्ध अविश्वसनीय संग्रह है. राव माधोसिंह संग्रहालय में चांदी की मूर्तियां, सिक्के, टेराकोटा के आंकड़े इतिहासकारों और पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करती है.
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