दिल्ली। पंजाब में आतंकवाद के खात्मे में अहम भूमिका अदा करने वाले पंजाब पुलिस के पूर्व चीफ केपीएस गिल नहीं रहे. उनकी उम्र 82 साल थी. दिल का दौरा पड़ने की वजह से दिल्ली की श्री गंगा राम अस्पताल में अंतिम सांसें ली.
छत्तीसगढ़ के सुरक्षा सलाहकार थे गिल
केपीएस गिल जब पंजाब पुलिस के मुखिया बने तो पंजाब में आतंकवाद अपने चरम पर था लेकिन उन्होंने मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के साथ मिलकर पंजाब से आतंकवाद पूरी तरह खत्म कर दिया. सेवानिवृत होने के बाद वे छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सुरक्षा सलाहकार भी बनाए गए थे. लेकिन ये पद उन्हें रास नहीं आया. उन्होंने यह कहकर हडंकंप मचा दिया था कि राज्य सरकार के लिए नक्सलवाद सोने का अंडा देने वाली मुर्गी है.
हाकी फेडरेशन के अध्यक्ष भी थे
गिल इंस्टीट्यूट फ़र कांफ्लिक्ट मैनेजमेंट और इंडियन हॉकी फेडरेशन के अध्यक्ष भी रहे. 1989 में उन्हें नागरिक सेवा के लिए पद्मश्री पुरस्कार दिया गया था.
मोदी और राहुल ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री मोदी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करके केपीएस गिल के निधन पर दुख व्यक्त किया है और उन्हें श्रद्धांजलि दी है. मोदी ने ट्वीट करके लिखा है कि पुलिसिंग के माध्यम से गिल ने जो देश की सेवा की है उसे याद रखा जाएगा. वहीं राहुल गांधी ने लिखा है कि उन्होंने बहादुरी और प्रतिबद्धता की मिसाल रखी है. उन्होने लिखा है कि गिल को पंजाब में आतंकवाद से लड़ने में उनके योगदान के लिए हमेशा याद रखा जाएगा.