KSH International IPO Listing: मैग्नेट वायर बनाने वाली कंपनी KSH इंटरनेशनल के शेयर आज घरेलू बाजार में डिस्काउंट पर लिस्ट हुए. IPO को ऑफर किए गए शेयरों से 13 गुना ज्यादा बोलियां मिली थीं. शेयर 384 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर जारी किए गए थे.
आज शेयर BSE और NSE दोनों पर 370.00 रुपये पर लिस्ट हुए. इसका मतलब है कि IPO निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला. इसके उलट उनकी पूंजी में करीब 3.65 प्रतिशत की कमी आई. इसके बाद शेयर की कीमत और गिर गई. BSE पर यह 358.70 रुपये तक फिसल गया. यानी IPO निवेशक अब करीब 6.59 प्रतिशत के नुकसान में हैं.
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KSH International IPO के फंड का इस्तेमाल कैसे होगा
KSH इंटरनेशनल का 644 करोड़ रुपये का IPO 16 से 18 दिसंबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था. IPO को निवेशकों से खास रिस्पॉन्स नहीं मिला और यह पूरी तरह सब्सक्राइब नहीं हो पाया. कुल मिलाकर यह सिर्फ 0.87 गुना सब्सक्राइब हुआ.
क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) के लिए रिजर्व हिस्सा 1.12 गुना सब्सक्राइब हुआ, जिसमें एंकर निवेशक शामिल नहीं हैं. नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) का हिस्सा 0.44 गुना और रिटेल निवेशकों का हिस्सा 0.91 गुना सब्सक्राइब हुआ.
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इस IPO के तहत 420 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए. इसके अलावा ऑफर फॉर सेल के तहत 5 रुपये फेस वैल्यू वाले 58,45,001 शेयर बेचे गए. ऑफर फॉर सेल से मिलने वाली रकम बेचने वाले शेयरधारकों को गई.
नए शेयर जारी कर जुटाए गए फंड में से 225.98 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज कम करने के लिए किया जाएगा. 87.02 करोड़ रुपये दो प्लांट में नई मशीनरी खरीदने और लगाने में खर्च होंगे. 8.83 करोड़ रुपये सुपा फैसिलिटी में बिजली उत्पादन के लिए रूफटॉप सोलर पावर प्लांट खरीदने और लगाने में लगाए जाएंगे. बाकी रकम का इस्तेमाल सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों के लिए किया जाएगा.
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KSH International के बारे में
1979 में स्थापित KSH इंटरनेशनल भारत की तीसरी सबसे बड़ी मैग्नेट वायर बनाने वाली कंपनी है और देश की सबसे बड़ी एक्सपोर्टर भी है. कंपनी KSH ब्रांड के तहत काम करती है और पावर, रिन्यूएबल एनर्जी, रेलवे, ऑटोमोटिव और इंडस्ट्रियल सेक्टर के OEMs को सप्लाई करती है.
कंपनी पावर ग्रिड और NTPC जैसी सरकारी कंपनियों को भी सप्लाई करती है. इसके अलावा यह USA, जर्मनी, UAE और जापान समेत 24 देशों में एक्सपोर्ट करती है. महाराष्ट्र के तलोजा और चाकन में कंपनी की तीन मैन्युफैक्चरिंग यूनिट हैं, जबकि चौथा प्लांट सुपा, अहिल्यानगर में बन रहा है.
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कंपनी की फाइनेंशियल स्थिति लगातार मजबूत हुई है. FY2023 में कंपनी का नेट प्रॉफिट 26.61 करोड़ रुपये था. FY2024 में यह बढ़कर 37.35 करोड़ रुपये और FY2025 में 67.99 करोड़ रुपये हो गया. इस दौरान कंपनी की कुल आय 35 प्रतिशत से ज्यादा की CAGR से बढ़कर 1,938.19 करोड़ रुपये तक पहुंच गई.
मौजूदा फाइनेंशियल ईयर 2026 में अप्रैल से जून 2025 की तिमाही में ही कंपनी ने 22.68 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट और 562.60 करोड़ रुपये की कुल आय दर्ज कर ली है. जून 2025 तिमाही के अंत तक कंपनी पर कुल 379.39 करोड़ रुपये का कर्ज था, जबकि रिजर्व और सरप्लस 293.07 करोड़ रुपये रहा.
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