नई दिल्ली। भारतीय नौसेना में अधिकारी रह चुके कुलभूषण जाधव को पाक द्वारा जासूस बताकर गिरफ्तार करने के मामले में अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में भारत द्वारा दी गई अपील की प्रति पाकिस्तान को मिल चुकी है. पाकिस्तान इन अपील पर अपना कानूनी पक्ष मजबूत करने में जुट गया है और जल्द ही आईसीजे में अपना जवाब दाखिल करेगा.

गौरतलब है कि पिछली बार भारत की दलीलों का जवाब देने पाकिस्तान के पसीने छूट गए थे और मामले में हुई बहस में भारत के आगे पाकिस्तान बुरी तरह बौना साबित हुआ था. पिछली बार से सबक लेते हुए पाकिस्तान के विशेषज्ञ चाहते हैं कि इस बार वह किसी भी तरह से सही कानूनी दस्तावेज तैयार करे.

पाक अखबार द नेशन ने विदेश मंत्रालय के हवाले से जारी बयान में कहा है कि पाकिस्तान ने भारत द्वारा अंतरराष्ट्रीय अदालत (आईसीजे) में दी गई अपील पर अपनी पूरी ताकत झोंकने की ठानी है. इसके लिए उसने अटार्नी जनरल अश्तर औसफ के नेतृत्व में वकीलों और विशेषज्ञों की एक पूरी टीम बना दी है.

इस साल मई में आईसीजे ने पाक जेल में बंद कुलदीप जाधव की फांसी की सजा पर रोक लगा दी है और पाकिस्तान चाहता है कि किसी भी तरह से यह फांसी अब न रोकी जा सके. पाक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने कहा कि आईसीजे द्वारा शुरू की गई जाधव मामले की सुनवाई पर हम जल्द ही अपना जवाबी मेमोरियल दायर करेंगे. भारत ने आरोप लगाया है कि जाधव की गिरफ्तारी के बाद भारत को इसकी सूचना देने में पाक ने काफी समय लगाया और मीडिया के द्वारा उसे इसकी जानकारी मिली.