प्रसिद्ध खंडगिरि कुंभ मेला कल (16 फरवरी) से भुवनेश्वर में खंडगिरि और उदयगिरि पहाड़ियों की तलहटी में शुरू होगा. यह मेला हर साल माघ सप्तमी के शुभ दिन पर शुरू होता है. देशभर से बड़ी संख्या में संत, भिक्षु और विभिन्न हिंदू धार्मिक संप्रदायों के अनुयायी यहां जुटना शुरू हो चुके हैं.

एक भक्त ने कहा कि “हमने खंडगिरि मेले के बारे में बहुत कुछ सुना है. अंततः मुझे इसका प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त हो रहा है. साधुओं को देखना और उन्हें जानना वाकई अच्छा लगता है. मैंने उनका आशीर्वाद मांगा. मैं बहुत ख़ुश हूं”

बता दें कि खंडगिरी में एक विशाल मेला लगता है. जहां लकड़ी के बर्तन, बांस, पत्थर की नक्काशी और विभिन्न घरेलू सामान जैसी वस्तुओं की बिक्री होती है. आगंतुक कई व्यंजनों और जात्रा प्रदर्शन का भी आनंद ले सकते हैं.

मेला और जात्रा प्रदर्शन के बारे में बोलते हुए हरेकृष्ण महताब सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष, कृष्णचंद्र जेना ने कहा कि “हमने इस साल 12 जात्रा पार्टियों के लिए छह पंडालों की व्यवस्था की है. प्रशासन ने यात्रा के लिए टिकट की कीमत 250 रुपये, 200 रुपये और 150 रुपये तय की है. हमारे संगठन से स्वयंसेवक तैनात हैं. वे दर्शकों के लिए परेशानी मुक्त अनुभव सुनिश्चित करेंगे.

भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) ने 29 जनवरी को खंडगिरि मेले के लिए एक तैयारी बैठक बुलाई थी. नगर निकाय ने इस वर्ष के मेले को और अधिक आकर्षक बनाने की योजना बनाई है. मेले में आने वाले संतों की बुनियादी आवश्यकता को पूरा करने के अलावा, नागरिक निकाय ने अस्थायी बाथरूम, शौचालय, स्वास्थ्य केंद्र, पीने के पानी की सुविधा, रोशनी और एक सूचना केंद्र स्थापित करने पर जोर दिया है.

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