लखनऊ. कुंभ में दुष्कर्मी और पाखंडी बाबाओं के भी शिविर लगेंगे। शिष्याओं के साथ दुष्कर्म मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम बापू के शिविर के लिए कुंभ मेला प्रशासन ने भूमि आवंटित कर दी है। सेक्स स्कैंडल में फंसने के बाद सुर्खियों में आए बंगलूरू के योग गुरु नित्यानंद को भी भूमि आवंटित हो गई है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की ओर से देश भर के 17 बाबाओं को फर्जी घोषित करते हुए अखाड़ों और खालसों में प्रवेश पर रोक लगाई जा चुकी है। इनमें आसाराम बापू का भी नाम शामिल है।
प्रयाग कुंभ में देश-दुनिया के संतों-भक्तों, पर्यटकों के बीच ढोंगी बाबाओं का भी समागम होगा। अखाड़ा परिषद की ओर से फर्जी घोषित कर संत समाज से निकाले जा चुके ज्यादातर बाबाओं ने या तो जमीन आवंटित करा ली है, या फिर किसी न किसी संस्था के नाम पर जगह पक्की कराने की जुगत में हैं।
नाबालिग लड़कियों से यौन शोषण व आशीर्वाद देने के बहाने अश्लील हरकत करने के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम बापू का भी शिविर कुंभ में भक्तों के पुण्य स्नान, योग-ध्यान के लिए खुलेगा। सेक्टर-छह में कैलाशपुरी रोड की उत्तरी पटरी से दक्षिणी-पश्चिमी पटरी के बीच आसाराम बापू को योग वेदांत सेवा समिति के नाम से भूमि आवंटित की गई है। मेला प्रशासन की सूची में 123वें नंबर पर इनका नाम दर्ज है।
इसी तरह सेक्स स्कैंडल में फंस चुके बंगलूरू के बाबा नित्यानंद को सेक्टर-15 में ध्यान पीठम के नाम से भूमि आवंटित की गई है। गोलीकांड में मारे जा चुके सुल्तानपुर के संत ज्ञानेश्वर की भी संस्था को भूमि दी गई है। इनके अलावा अखाड़ा परिषद की ओर से फर्जी संतों की सूची में शामिल इच्छाधारी भीमानंद, ओम नम: शिवाय बाबा, निर्मल बाबा उर्फ निर्मलजीत सिंह के भी शिविर लगने की संभावना है।
उधर, मेला प्रशासन का कहना है कि अखाड़ा परिषद की ओर से जिन संतों को फर्जी घोषित किया गया है, उनमें से किसी को भी भूमि आवंटित नहीं की गई है। उप मेलाधिकारी राजीव राय के मुताबिक किसी भी प्रतिबंधित बाबा को भूमि आवंटित नहीं की जाएगी। आसाराम बापू को जमीन कैसे आवंटित हुई, इसका पता लगाया जाएगा।