रोहित कश्यप, मुंगेली. जिले के सरगांव के रामबोड़ स्थित कुसुम स्मेल्टर प्लांट दुर्घटना में कलेक्टर राहुल देव और पुलिस अधीक्षक  भोजराम पटेल के नेतृत्व में जिला प्रशासन एनडीआरएफ, एसडीआरएफ टीम के द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया. स्मेल्टर प्लांट में लगभग 200 टन वजनी साइलो (कंटेनर )के गिरने से गुरुवार को बड़ा हादसा हुआ. मजदूरों के उसमें फंसे होने की सूचना पर कलेक्टर एवं एसपी के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला.

 

 जानिए कैसे किया गया रेस्क्यू

भारी भरकम कंटेनर को हटाना काफी चुनौती भरा कार्य था. प्रारंभ में बचाव कार्य के लिए नजदीक के क्रेन को बुलवाकर कंटेनर को हटाने की कोशिश की गई, परंतु भारी वजन होने के कारण से उसे हटाया नहीं जा सका.

 400 टन क्षमता का क्रेन ने भी दिया जवाब 

कलेक्टर ने तत्काल संपर्क कर लगभग 400 क्षमता का क्रेन मंगाया, परंतु इस क्रेन के लिफ्टिंग हुक को सही जगह व्यवस्थित कर उठाना काफी चुनौती भरा कार्य था. साइलो के अंदर लगभग 80 टन कोयला का डस्ट भी भरा  हुआ था. साइलो को उठाने के शुरुआती कुछ प्रयास किए गए, परंतु अत्यधिक वजन के कारण उठा पाना संभव नहीं हो पा रहा था. ऐसे में साइलो के सब स्ट्रक्चर को कटिंग कर हटाया गया, उसके बाद कंटेनर को काटकर उसके अंदर भारी मात्रा में रखे डस्ट को निकाला गया. कलेक्टर, एसपी, जिला पंचायत सीईओ  प्रभाकर पाण्डेय सहित जिला प्रशासन एवं राहत एवं बचाव कार्य से जुड़ा पूरा अमला मौके पर पूरी तत्परता से डंटा रहा. पूरी रात स्ट्रक्चर को कटिंग करने के बाद लगभग 80 टन डस्ट को हटाया गया. लगभग 30 घंटे लगातार काम करने के बाद इस चुनौतीपूर्ण कार्य को अंजाम दिया गया. उसके बाद साइलो को भारी क्रेन से लिफ्ट कर हटाया गया.

 NDRF SDRF ने संभाला मोर्चा 

 अब सबसे बड़ा चुनौती पूर्ण कार्य था उस डस्ट के अंदर फंसे मजदूर एवं फैक्ट्री कर्मी को निकालना. इसके लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम बनी और उनके साथ स्वयं कलेक्टर-एसपी कुशल नेतृत्व एवं आवश्यक दिशानिर्देश देते रहे. 

   साइलो (कंटेनर) हटाने के बाद रातभर चले सर्च ऑपरेशन के बाद 03 शव को बाहर निकाला गया. एक घायल मनोज धृतलहरे को पूर्व में ही राहत एवं बचाव कार्य करते हुए अस्पताल भेजा गया था, जहां पर उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी. इस प्रकार इस हादसे में मृतकों की संख्या चार है. मृतकों में अवधेश कश्यप, पिता निखादराम कश्यप निवासी तागा जांजगीरचांपा, प्रकाश यादव पिता, परदेशी यादव निवासी अकोली बलौदाबाजार, जयंत साहू पिता, काशीनाथ साहू निवासी जबड़ापारा सरकंडा बिलासपुर हैं. शव को पोस्टमार्टम के लिए तत्काल सिम्स बिलासपुर भेजा गया है. मृतक के परिवारों को नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा.

 विधायक से लेकर डिप्टी सीएम पहुंचे घटना स्थल 

       सरगांव के रामबोड़ स्मेल्टर प्लांट घटना की सूचना मिलने पर मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय ने शोक संतृप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की और वस्तुस्थिति जानने उप मुख्यमंत्री  अरुण साव एवं स्थानीय विधायकों को भेजा. उप मुख्यमंत्री साव बिल्हा विधायक  धरमलाल कौशिक एवं मुंगेली विधायक  पुन्नूलाल मोहले ने मौके पर पहुंचकर घटना के संबंध में जानकारी ली और मृतकों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए मृतक के परिवारों को सभी आवश्यक सहयोग प्रदान करने निर्देशित किया.

 मृतक के परिजनों को मिलेगा मुआवजा, दोषियों पर होगी करवाई : कलेक्टर 

       कलेक्टर  राहुल देव ने कहा है कि 40 घंटे की मशक्कत के बाद सर्च ऑपरेशन निश्चित रूप से सफल रहा. पर इस हादसे में जिन परिवारों ने अपनें सदस्यों को खोया है उसका मुझे गहरा दुख है. जिस संवेदनशीलता और तत्परता से हमारे द्वारा इस सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया गया है. उसी संवेदनशीलता के साथ उनके परिवारों के साथ खड़ा रहूंगा और नियमानुसार प्रशासन द्वारा मुआवजे सहित सभी आवश्यक सहयोग प्रदान किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि इस घटनाक्रम एवं लापरवाही के लिए जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. 

 एसपी ने कही यह बात 

      पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने मृतकों के प्रति गहरा दुख प्रकट करते हुए उनके परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की. उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में जिला और पुलिस प्रशासन उनके साथ है. मृतक परिवारों को सभी आवश्यक सहयोग प्रदान किए जाएंगे और इस घटना के दोषियों पर जांच के उपरांत सख्त कार्रवाई की जाएगी. रेस्क्यू ऑपरेशन में  जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एनडीआरएफ ,एसडीआरएफ सहित आपदा राहत एवं बचाव से जुड़े पूरे अमला ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

मुख्यमंत्री बनाये हुए थे नजर

इस घटना को जिला प्रशासन के साथ ही सरकार ने बेहद गंभीरता से लिया ,कलेक्टर राहुल देव का कहना है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय इस मामले पर नजर बनाये हुए थे,उनके मार्गदर्शन और निर्दशानुसार में रेस्क्यू अभियान चलाया गया।मुख्यमंत्री ने तत्काल ईलाज और मुआवजा देने भी निर्देशित किया है। वहीं कलेक्टर का कहना है कि सम्भाग आयुक्त बिलासपुर एवं आईजी बिलासपुर का लगातार मार्गदर्शन एवं निर्देशन मिल रहा था. कलेक्टर ने सफल ऑपरेशन के लिए पूरी रेस्क्यू टीम एवं सहयोग के लिए जिला प्रशासन बिलासपुर के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया है.