लक्ष्मीकांत बंसोड़, डौंडी। मजदूर पिता की बेटी में गांव के बच्चों को शिक्षित करने का ऐसा जुनून जिसे आज लोग सलाम करने लगे हैं. कई लोग उनका मनोबल गिराने की भी कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हो पाए. अब मंत्री भी इस बेटी की कार्यशैली की प्रशंसा कर रहे हैं. वहीं जब प्रशासन ने बेटी की कार्यशैली को जानने संबंधित गांव के हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य से जानकारी मांगी तो उन्होंने प्रशासन को जानकारी ना देकर बेटी का मनोबल गिराने की कोशिश की लेकिन वह कामयाब नहीं हुए.
हम बात कर रहे हैं डौंडी ब्लॉक के गुजरा गांव की नीलिमा श्याम के बारे में. जो लगातार दो साल से गांव के सैकड़ों बच्चों को अपने घर में ही शिक्षित कर रही है. अब नीलिमा ने बच्चों सहित गांव के अन्य लोगों को शिक्षित करने का अनूठा तरीका अपनाया है. वह अब खुद के पैसे गांव के दीवारों पर अंक गणित, हिंदी व अंग्रेजी भाषा के तमाम जानकारियों को लिख रही है.
नीलिमा का कहना है कि गांव की गलियों में बच्चे जब खेलते रहते हैं तो उनकी नज़र दीवारों पर पड़ेगी और उसे पढ़ेंगे, जिससे बच्चों को खेल के साथ शिक्षा भी मिलेगी. बच्चे बारहवीं की पढ़ाई के बाद असमंजस में रहते हैं कि उन्हें क्या करना होगा, इसके मार्गदर्शन के लिए नीलिमा ने विषयवार जानकारियां लिख दी है.
मंत्री अनिला भेड़िया के प्रतिनिधि आए सामने
निस्वार्थ भाव से शिक्षा का ज्योत जगाने के लिए नीलिमा जो कार्य कर रही है उसके सहयोग के लिए प्रदेश की महिला व बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया के प्रतिनिधि पीयूष सोनी आगे आये हैं और हर तरह से मदद करने के साथ ही तमाम सुविधाए मुहैया कराने की बात कही है. वहीं अब शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने भी उन्हें अपनी ओर से मदद करने की बात कही है.