लक्ष्मीकांत बंसोड़, बालोद. बच्चों को देश की भविष्य कहा जाता है, ताकि आगे बढ़ने का अवसर देकर बच्चों को हर क्षेत्र में आने वाली कठिनाइयों से निपटने के लिए तैयार किया जा सके. जिससे देश के विकास में अपना अमूल्य योगदान दे सकें. ऐसे में छत्तीसगढ़ शासन शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए नई-नई स्कूलों का निर्माण करा रही है. लेकिन स्कूलों में मूलभूत जरूरतों का ही अभाव देखा जा रहा है, जिससे बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यहां तक की बच्चे पीने का पानी आधा किलोमीटर दूर से लाने पर मजबूर हैं.
दरअसल यह मामला बालोद जिले के ग्राम गोड़पाल का है. जहां प्राथमिक शाला में पढ़ने वाले नैनिहाल अपने प्यास बुझाने के लिए आधा किमी दूर जाकर पानी ला रहे हैं. जब नौनिहालों को पानी लाते देख इस विषय में शिक्षक से बात की गई तो उन्होंने कहा कि स्कूल चपरासी हड़ताल में है और बिजली की समस्या है. जिसके कारण स्कूल का मोटर बंद है. जिसके वजह से बच्चे पानी ला रहे हैं. आपको बता दें इस स्कूल में लगभग 31 विद्यार्थी अध्ययनरत है और सिर्फ दो शिक्षक हैं. आप ऐसे में अंदाजा लगा सकते हैं बच्चों की पढ़ाई कैसे होती होगी.
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