रायपुर. सदन में उद्योग और आबकारी विभाग का बजट अनुदान पारित हुआ. इस दौरान चर्चा में मंत्री कवासी लखमा ने सदन में कहा कि कांग्रेस सरकार उद्योग विरोधी नहीं है, लेकिन गरीब, आदिवासी का नुकसान कर करके उद्योग तो लगने नहीं देंगे.

चर्चा के दौरान मंत्री लखमा ने कहा कि नगरनार स्टील प्लांट कांग्रेस की देन है. भारत सरकार इसे निजी उद्योगपतियों को बेचने की कोशिश कर रही है. हम इसका विरोध करते है. पूरा बस्तर इसका विरोध कर रहा है. हम नगरनार स्टील प्लांट को निजी हाथों में जाने नहीं देंगे. इंदिरा जी ने बैलाडीला शुरू किया था. वहां एक प्लांट अडानी को दिया गया है. हम इसका विरोध कर रहे है. हमारा मानना है कि उद्योग जनता के हित में होना चाहिए.

यही नहीं लखमा ने सीधे और साफ शब्दों में कहा कि बस्तर में अडानी पावर खनन के लिए घुसने नहीं देंगे. अडानी को आबंटित आयरन ओर का खनन करने नहीं देंगे. सड़क से लेकर सदन तक हम लड़ाई लड़ेंगे. बस्तर के लोगों की भावनाओं के अनुरूप ही विकास होगा.  बस्तर के लोग नहीं चाहते अडानी खुदाई करे. जल्द ही बस्तर के लोग सीएम से भी मिलेंगे. तीन नए उधमिता विकास केंद्र खोले जाएंगे. राजीव गांधी के नाम पर ये उद्यमिता विकास केंद्र दुर्ग, सरगुजा और जगदलपुर में खोले जाएंगे.

मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी और भूपेश बघेल ने फ़ूड पार्क खोलने के लिए जो जमीन अधिग्रहण किया जा रहा है, वह बंदूक के बल पर नहीं किया जा रहा. लोग अपनी स्वेच्छा से जमीन दे रहे हैं. अधिकतर जमीन सरकारी है. हम 200 फ़ूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाएंगे. सुदूर अंचलों में ये यूनिट खोले जाएंगे, जिसका फायदा स्थानीय स्तर पर लोगों को मिले.