रायपुर. बुधवार को नवनियुक्त मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की शपथ के साथ ही छत्तीसगढ़ में नई सरकार ने पदभार संभाल लिया है. साथ ही प्रदेश के दो उप-मुख्यमंत्री ने भी शपथ ली. इसी बीच लल्लूराम डॉट कॉम के स्थानीय संपादक आशीष तिवारी ने नवनियुक्त उप-मुख्यमंत्री विजय शर्मा से खास बातचीत की.
सवाल – एक बड़ी लड़ाई लड़ते-लड़ते आज उप मुख्यमंत्री के ओहदे तक ? कैसा रहा सफर ?
जवाब- संघर्षपूर्ण था. संघर्ष सही मायने में सफलता की पूंजी है. इस अभियान के बाद ज़रूर नौ जवानों के लिए कहूंगा लोग राजनीतिक क्षेत्र में जो काम करना चाहते हैं उनके लिए कहना चाहूंगा राजनीति के लिए पैसे की ज़रूरत नहीं होती. ये कवर्धा के चुनाव ने बता दिया है. हमारे पास पैसा है तो राजनीति करेंगे ऐसा कभी नहीं सोचना चाहिए. राजनीति करने के लिए जज़्बा चाहिए जो मैंने आज तक देखा है.
सवाल – कैम्पेनिंग में हमने देखा है कि आप लोगों के पास जाते थे और लोग आपको पैसा देते थे ?
जवाब- हां जी ! बिलकुल मुझे बहुत सहयोग मिला है. लोगों ने पैसा दिया है कहीं 100 रुपया तो कहीं 200 रुपया, कहीं 500 रुपया, कहीं हजार रुपया, तो कहीं 2000 रुपया दिए हैं. लोगों ने गांव-गांव से कलेक्शन करके मदद के लिए राशि दी है.
सवाल – सरकार बनने की प्रक्रिया चल रही है, मुख्यमंत्री और दो उप-मुख्यमंत्री ने शपथ ले ली है, कल कैबिनेट की बैठक होनी है, BJP यह कह रही है, जो बड़े वादे हैं उसको पहले पूरा करेंगे, तो वो कौन से वादे हैं ?
जवाब- नि:संदेह मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि कल कैबिनेट की बैठक बुलाई है. उसमें प्रमुख सारे मुद्दे 18 लाख जो आवास देना है, जो सारे मुद्दों पर प्रारूप बन जाएगा. पहली कैबिनेट की बैठक में पहले लाइन में 18 लाख आवास के लिए स्वीकृति मिल जाएगी.
सवाल – कितना बदलाव देखने को मिलेगा पिछली सरकार और इस सरकार के बीच ? जो बड़ा अंतर दिखेगा वो क्या होगा ?
जवाब- पिछली सरकार झूठ और फ़रेब की सरकार थी. वो सरकार प्रोपगेंडा करके ये सोचते रही कि जनता मान लेगी. हमारी सरकार संवेदनशील है. संवेदनशील होकर काम करेगी. सेवा भावी सरकार है.
सवाल – मुख्यमंत्री आदिवासी समाज से उप-मुख्यमंत्री OBC और सामान्य वर्ग से, क्या जाति समीकरण 2024 के लिए है ?
जवाब- मैं बिलकुल ऐसा नहीं मानता. मैं आदिवासी मुख्यमंत्री को भले आप ऐसा देख सकते हैं जो सच भी है, लेकिन मुझे लगता ये है कि एक योग्यतम व्यक्ति जो हो सकते थे उन्हीं को चुना गया है. वो कई बार प्रदेशाध्यक्ष रहे हैं. विधायक रहे हैं. सांसद रहे हैं. जो सरल हैं. सबको साथ लेकर चलने की उसमें ताक़त है. जैसा ही उनका नाम हमारे सदन में विधायक दल में उनका नाम आया सर्वसम्मति से उनको मुख्यमंत्री चुना गया है.
सवाल – लोकसभा चुनाव बहुत क़रीब है, चार-पांच महीने बाद नोटिफिकेशन आ जाएगा. क्या BJP अपनी रणनीति में परिवर्तन करेगी.
जवाब- संगठन के आधार पर ही भाजपा पर काम करती है. शासन का अलग काम है. भाजपा का संगठन बड़ा विशाल बड़ा मज़बूत है. जहां नौजवान कार्यकर्ता ज़रूरत पड़ने पर प्राण लगा देते हैं.
सवाल – आप उप मुख्यमंत्री बने हैं. क्या अब सेकेंड लाइन तैयार हो रही है क्या मंत्रिमंडल में नए लोगों को अवसर मिलेगा ?
जवाब- हां बिलकुल अभी बनना बाक़ी है. सभी को अवसर मिलेगा. क्षमता के आधार पर चयनित किया जाएगा.
सवाल – बतौर उप मुख्यमंत्री आने वाले पांच सालों में आपकी कार्ययोजना किस रूप में देखने को मिलेगी.
जवाब- मेरी कार्य योजना कहेंगे तो मैं कवर्धा के लिए कह सकता हूं. प्रदेश के लिए करेंगे तो मुख्यमंत्री का जो रणनीति है, हाँ लेकिन लॉ एंड ऑर्डर प्रदेश में बहुत बिगड़ चुका है, उसको ठीक करना बहुत ज़रूरी है.
सवाल – लॉ एंड ऑर्डर का आपने ज़िक्र किया, करप्शन भी एक बड़ा मुद्दा रहा है, क्या यह सरकार करप्शन को लेकर ज़ीरो टॉलरेंस की रणनीति अपनाएगी ?
जवाब- नि:संदेह कोई भी सरकार हो उसको यही करना चाहिए. लोकतंत्र की सरकार है. करप्शन के लिए ज़ीरो, टॉलरेंस ही होना चाहिए.
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