प्रवीण कुमार सिंह,रायपुर. छत्तीसगढ़ के सोशल मीडिया में पिछले कुछ दिनों से एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक अधिकारी द्वारा एक व्यक्ति को कॉलर पकड़कर जमकर पीटते दिखाया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि जिस अधिकारी द्वारा व्यक्ति की पिटाई की जा रही है, वह धरसींवा का SDM है और जो व्यक्ति पिटाई का पीड़ा झेल रहा है वह किसान है.

इसी बीच यह वीडियो लल्लूराम डॉट कॉम की टीम के पास भी पहुंची. जब लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने इस वायरल वीडियो को देखा, तो पता चला कि यह वीडियो छत्तीसगढ़ का है ही नही. क्योंकि जिस कमरे में अधिकारी द्वारा व्यक्ति की पिटाई की जा रही थी, उसी कमरे की दिवार पर एक ई मित्र का बोर्ड टंगा हुआ था. जिससे यह साफ हो गया कि यह वीडियो छत्तीसगढ़ का नही. जब ई मित्र के बारे में विस्तार से जानकारी जुटाई गई, तो पता चला कि वायरल वीडियो राजस्थान का है. लेकिन इस बात का पता नहीं चल सका कि वायरल वीडियो राजस्थान के किस शहर का है.

इसी बीच लल्लूराम डॉट कॉम की टीम की नजर वीडियो में दिखाये गये पोस्टर पर लिखे बर्ने सिंह के नम्बर पर पड़ी. जिसके बाद इस नम्बर पर फोन लगाया गया. फोन लगाने के बाद हमारी बात बर्ने सिंह से हुई. बातचीत के दौरान बर्ने सिंह ने बताया कि यह लगभग महीने पुराना ​वीडियो है जो जिला करौली के टोडाभीम तहसील स्थित कमालपुरा गांव का है.

लल्लूराम डॉट कॉम की टीम की पड़ताल के बाद पता चला की अटल सेवा केंद्र पर जनसुनवाई के दौरान SDM जगदीश आर्य द्वारा एक फरियादी की बेरहमी से पिटाई की जा रही थी. फरियादी की कॉलर पकड़कर पहले SDM जगदीश आर्य ने उसको घसीटा और फिर थप्पड़ बरसाए. बताया जा रहा है कि यह ​फरियादी एसडीएम के पास अपनी समस्या लेकर पहुंचा था. जहां उसकी समस्या का समाधान तो नहीं हुआ, लेकिन फरियाद करने की सजा जरूर मिल गई. वीडियो में आप देख सकते हैं कि किस तरह ये बेलगाम अधिकारी फरियादी की पिटाई कर रहा है. SDM के अलावा अन्य लोगों ने भी की इस फरियादी से मारपीट की है.

राजस्थान के इसी वीडियो को अब छत्तीसगढ़ के धरसीवां एसडीएम द्वारा पीटाई करने के नाम से प्रसारित किया जा रहा है. लोगों द्वारा बिना सोचे समझे किसी भी वीडियो को कहीं का भी बताकर प्रसारित किया जाता है. लोगों के इस कृत्य के चलते अब तक कई लोगों को अपनी जान तक गवानी पड़ी है. हाल ही में बच्चा चोर के नाम पर पीट-पीटकर कुछ लोगों को मौत के घाट उतारना भी इसी का उदाहरण है.

ऐसे में लल्लूराम डॉट कॉम आप सभी से निवेदन भी करता है कि आपके पास जो भी वीडियो आता है, पहले उसकी पड़ताल करें और उसके बाद ही आगे भेजें. यदि आप उस वीडियो की पड़ताल नहीं कर सकते है, तो वीडियो को भेजने वाले का नाम और नम्बर भी उस वीडियो के साथ उल्लेख करें. जिससे विवाद की स्थि​ति में फर्जी जानकारी देकर वीडियो वायरल करने वाले दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके. ऐसा करने से आने वाले समय में वायरल वीडियो के कारण होने वाली अ​प्रिय घटनाओं को घटित होने से रोका जा सकता है.

देखिये वीडियो-

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