कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर (Gwalior) शहर मोती महल स्थित मध्यभारत प्रांत की पहली विधानसभा की (irst assembly of Madhya Bharat province) ऐतिहासिक इमारत (Historical building) का बिजली का कनेक्शन (Electricity connection) कट गया था।NEWS24 MPCG/ लल्लूराम.कॉम में खबर चलने के बाद ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने संज्ञान लिया है।
मंत्री तोमर ने कहा कि लाइट नहीं होने की जानकारी अभी मुझे मिली है, इसके लिए अधिकारियों से तत्काल बात की जा रही है। बिजली का कनेक्शन क्यों काटा इसके बारे में जानकारी लेकर उसका निराकरण कराया जाएगा। वह स्थान हमारी ऐतिहासिक धरोहर है और रहेगी। उसका संरक्षण और उसको सुरक्षित करने का काम सरकार का और सरकार करेगी।
मध्यभारत प्रांत की पहली विधानसभा जिस मोती महल के दरबार हाल में लगती थी, उस दरबार हाल में बीते 15 दिन से ब्लैकआउट है। बिजली विभाग ने मोती महल के दरबार हाल की लाइट काट दी है। जिसके चलते यहां अंधेरा पसरा है, इन हालातों में यहां आने वाले सैलानी निराश है। बिजली गुल होने के चलते सैलानियों को यहां का पेरिस का झूमर, सोने की नक्काशी और ऐतिहासिक चित्रकारी नज़र नहीं आ रही है।
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दरबार हाल को देखने के लिए विदेशी सैलानियों को 400 का टिकट लेना पड़ता है वहीं यहां वीडियोग्राफी करने के लिए भी 400 का टिकट लगता है। पुरातत्व विभाग के अधीन इस दरबार हाल में आजादी के बाद बने मध्यभारत प्रांत की पहली विधानसभा लगती थी। यहीं पर मध्यभारत प्रांत के राज प्रमुख जीवाजी राव सिंधिया ने मध्यभारत के पहले मुख्यमंत्री को शपथ दिलाई थी। बता दें के सन 1853 में बने मोतीमहल के दरबार हाल में सिंधिया रियासत के राजाओं का प्रशासनिक कार्यालय था।
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