रायपुर। कोरोना काल में फीस को लेकर बढ़ते दबाव और बिगड़ती आर्थिक स्थिति को देखते हुए बड़ी संख्या में बच्चों के स्कूल छोड़ने पर लल्लूराम डॉट कॉम की खबर पर आखिरकार सरकार ने संज्ञान लेते हुए जरूरी कदम उठाए हैं. इसमें ऐसे बच्चों की जानकारी हासिल करने के साथ उनके पालकों से संपर्क कर पास के सरकारी स्कूल में प्रवेश दिलाने के अलावा बिना टीसी अथवा मार्कशीट के पहली से लेकर दसवीं कक्षा तक आयु के अनुसार प्रवेश देने की बात शामिल है.

लल्लूराम डॉट कॉम ने बड़ी संख्या में निजी स्कूल के बच्चों के स्कूल छोड़ने की खबर (Lalluram Special : स्कूल शिक्षा की उभर रही भयावह तस्वीर, दो लाख बच्चों ने स्कूलों से मुंह मोड़ा, कौन है जिम्मेदार…) शनिवार को प्रमुखता से प्रकाशित की थी. इस संबंध में त्वरित संज्ञान लेते हुए संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय जितेंद्र शुक्ला ने रविवार को तमाम कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर स्कूल छोड़ चुके बच्चों की वापसी के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए है. इसमें प्रत्येक निजी स्कूल से ऐसे विद्यार्थियों की सूची प्राप्त करने को कहा, जो पिछले साल तो पढ़ रहे थे, लेकिन इस वर्ष उस निजी स्कूल में प्रवेश नहीं लिया है, या फिर प्रवेश लेने के बाद उस निजी स्कूल को छोड़ दिया है.

इसके साथ ऐसे बच्चों के साथ उनके पालकों के नाम, पते और संभव हो तो मोबाइल नम्बर भी प्राप्त कर पालकों से संपर्क कर बच्चों को पास के सरकारी स्कूल मे प्रवेश लेने के लिए प्रेरित करने कहा गया है. निर्देश में सबसे बड़ी बात यह है कि बच्चों को कक्षा 1ली से 10वीं तक प्रवेश देते समय टीसी अथवा पूर्व कक्षा की अंक सूची की मांग न की जाए बल्कि उन्हें आयु के अनुरूप कक्षा में प्रवेश दिया जाए.

वहीं कक्षा 11वीं में प्रवेश के लिये बच्चों से रोल नम्बर लेकर कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा में उन्हें प्राप्त अंकों का सत्यापन संबंधित बोर्ड की वेबसाइट से कर लिया जाए. कक्षा 12वीं में प्रवेश देने के लिये भी बच्चों से बोर्ड परीक्षा का रोल नम्बर लेकर कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा में उन्हें प्राप्त अंकों का सत्यापन संबंधित बोर्ड की वेबसाइट से कर लिया जाये, और यह देख लिया जाये कि उन्होंने एक वर्ष पूर्व कक्षा 10वीं बोर्ड की परीक्षा पास की हो. कक्षा 11वीं एवं 12 वीं में प्रवेश के लिए भी टीसी की मांग नहीं करने का निर्देश दिया गया है. इस सब कार्रवाई को 15 दिनों में पूर्ण कर अवगत कराने के लिए कहा गया है.