यश खरे, कटनी। मध्यप्रदेश में ओपन कैप से करोड़ों रुपए के धान चोरी मामले में जांच शुरू हो गई है। मामले में जांच के लिए टीम राजधानी भोपाल से कटनी (Katni) पहुंची है। मामले में मध्यप्रदेश वेयरहाउस (Warehouse) ने संज्ञान लिया है। (investigation team) वेयर हाउस के 6 सदस्य टीम स्थल का मुआयना कर बारीकी से जांच पड़ताल कर रही है।

बात दें कि इस खबर को लल्लूराम डॉट काम ने प्रमुखता से प्रकाशित कर शासन-प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया था। खबर प्रकाशन के बाद शासन हरकत में आया। मामले में वेयरहाउस की 6 सदस्यीय टीम जांच के लिए पहुंची है।

टीम ने मौके पर धान खुली और फैली होने पर गो ग्रीन कंपनी के कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई। साल 2020- 21 में मझगंवा ओपन कैप में धान रखा था। मामले में भोपाल और जबलपुर से आए अफसर भी पता नहीं लगा पाए कि आखिर धान कैसे चोरी हो गई। कटनी कलेक्टर अवि प्रसाद ने बताया कि मामले में जांच जारी है।

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यह था मामला
जानकारी के अनुसार कटनी जिले के बड़वारा थाना अंतर्गत मझगवां ओपन कैब एवं रीठी थाना क्षेत्र के रीठी ओपन कैप का मामला है। लगभग 15 करोड़ कीमती की धान (36 हजार बोरियां) मझगवां ओपन कैप से चोरी हुई है। 40 हजार बोरी रीठी ओपन केव से चोरी हुई है। कुल 76 हजार बोरी धान की कीमत 1950 रुपए प्रति बोरी के हिसाब से लगभग 14 करोड़ 82 लाख कीमत आंकी गई है।

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बताया जाता है कि कैप स्टेट वेयर हाउसिंग कारपोरेशन एसडब्ल्यूसी (swc) का है। गो ग्रीन कंपनी ने ओपन कैंप को किराए पर लिया है। धान चोरी होने के संबंध में गो ग्रीन कंपनी के कर्मचारियों ने थाने में सूचना दी है। धान चोरी होने से सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। करोड़ो रुपये की धान चोरी मामला सामने आने के बाद स्टेट वेयर हाउस के जिला प्रबंधक ने कहा कि कैप में रखा धान हमारे अंडर में नहीं है। कैप में रखे धान की जिम्मेदारी गो ग्रीन कम्पनी की है।

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