राशन, कपड़े लेकर पहुंचे भाजपाई, युवा आयोग सदस्य ने की 10 हजार रुपए की आर्थिक मदद, प्रशासन ने जल्द पक्का मकान देने का किया वादा

पी. रंजन दास, बीजापुर। सरकार-प्रशासन की अनदेखी से तंगहाली में गुजर बसर करने को मजबूर वृद्धा पिरला नागक्का के लिए अब मदद के हाथ बढ़े है, लल्लूराम डॉट कॉम पर खबर प्रकाशन के 24 घण्टे के भीतर प्रशासन ने संवेदनशीलता दिखाई, वहीं दूसरी ओर आज पूरे दिन पिरला नागक्का की कुटिया में मदद करने वालों का तांता लगा रहा. राजनीतिक दल के लोग भी वृद्धा की मदद के लिए सामने आए हैं.

पिरला नागक्का का घर शनिवार को मदद करने वालों से घिरा नजर आया. प्रशासन की तरफ से पंचायत के सरपंच-सचिव पहले से मौजूद थे, वहीं भाजपा जिला अध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार और उपाध्यक्ष लव कुमार रायडू के नेतृत्व में दर्जनों भाजपाई चावल, दाल, तेल के साथ कपड़े, बर्तन आदि जरूरी सामान लेकर महिला के घर पहुंचे. राज्य युवा आयोग सदस्य अजय सिंह भी नागक्का के घर पहुंचे और 10 हजार रुपए की त्वरित आर्थिक सहायता देने के साथ राशन उपलब्ध करवाया.

तो ये बदहाली नहीं होती…

महिला की बदहाली को लेकर भाजपा ने सरकार और बीजापुर विधायक पर निशाना साधा है. जिलाध्यक्ष मुदलियार का कहना है कि प्रदेश में आवंटित 8 लाख पीएम वापस हो गए, सरकार की इसी लापरवाही का नतीजा है कि एक वृद्ध महिला झोपड़े में रह रही है. उसे पेंशन भी नहीं मिलता, अगर वो भी मिलता तो ये बदहाली नहीं होती. इस संवेदनहीनता के लिए सरकार को सत्ता पर बने रहने का कोई हक नहीं.

वादे पूरे करने में विफल

राज्य युवा आयोग सदस्य अजय सिंह का कहना था कि सरकार ने जो वायदे किये, स्थानीय जनप्रतिनिधियों की जबाबदेही बनती है कि वायदों पर खरा उतरे. लेकिन स्थानीय निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की उदासीनता का परिणाम है कि पिरला नागक्का बदहाली में जीने मजबूर थी.

इसे भी पढ़ें : झोपड़ी में मुफलिसी की इंतिहा: न पेंशन, न राशन, न आधार कार्ड और न आशियाना, कई सरकारें आई और गई, मदद की आस में धुंधली पड़ीं आंखें, आखिर कौन लेगा इस बेबस का सुध?

पढ़िए ताजातरीन खबरें :