मनीषा त्रिपाठी, भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में विकास कार्यों में बाधक अतिक्रमण जमींदोज होंगे। कोलार सिक्स लेन प्रोजेक्ट के संबंध में जिला प्रशासन ने निर्देश दिए है। धूल को रोकने नियमित रूप से चार टैंकरों से पानी का छिड़काव किया जाएगा। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने प्रोजेक्ट की धीमी गति के लिए अतिक्रमण को जिम्मेदार ठहराया था। अब अवैध कब्जे पर प्रशासन का बुलडोजर चलेगा।

भोपाल की हवा खराब

राजधानी की हवा में जहर घुल रहा है। दरअसल, Bhopal में AQI 250 के पार पहुंच चुका है। रात के साथ ही दिन में भी हवा में प्रदूषण का स्तर जहरीला है। जिला प्रशासन के निर्देशों के बाद भी हवा का जहर काबू में नहीं है। पिछले 15 दिन में सांस के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। रोज 30 से 35 सांस और दमा के मरीज मिल रहे है।

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मौसम में बदलाव से बढ़ रहा डेंगू

भोपाल के मौसम में बदलाव के बाद भी डेंगू के मामले नहीं थम रहे है। इस साल में अब तक मिले 800 से ज्यादा डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं। 2018 के बाद दूसरा सबसे बड़ा डेंगू का आंकड़ा है। इससे पहले कोरोना के दौरान 2019 में सबसे ज्यादा 1893 मरीज मिले थे। इस साल के ट्रेंड के मुताबिक 1000 मरीज के पार पहुंचने की आशंका है।

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चीतल की शिफ्टिंग

भोपाल वन विहार से चीतल की शिफ्टिंग होगी। क्षमता सिर्फ 250 और वन विहार में चीतल की संख्या 500 पार पहुंच गई है। जनवरी में कैप्चर बोमा लगाकर चीतल की शिफ्ट करने की प्रक्रिया की जाएगी। अभी तक वन विहार से 350 चीतल शिफ्ट किया जा चुके हैं। इसके बावजूद भी वर्तमान में 500 से अधिक चीतल है।

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