सत्यपाल राजपूत, रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अपील के बाद भी मकान मालिकों का रवैया नहीं सुधरा है. स्टॉफ नर्स को एक हफ्ते में घर खाली करने की चेतावनी दी गई. नर्स ने इसकी जानकारी हेल्प डेस्क को दी. हेल्प डेस्क के पहुंचने के बाद मकान मालिक ने पलड़ा झाड़ लिया. कहने लगा कि ऐसी कोई बात नहीं है. दूसरे मामले में एक नर्स को मकान मालिक ने घर से निकाल दिया. वह रिश्तेदार के घर में रहने को मजबूर हैं. वहीं तीसरे मामले में मकान खाली कराने पर मजबूरी वश ड्यूटी छोड़ना पड़ा. हॉस्पिटल स्टॉप को घर खाली करने की अल्टीमेटम जारी की गई. इसमें कहा गया कि हॉस्पिटल से वायरस घर में आ जाने का खतरा है.
राजधानी मोवा के बालाजी हॉस्पिटल में कार्यरत नर्स रामेश्वरी साहू ने बताया कि रात में लगभग 10 बजे आकर मकान मालिक केशव साहू शंकर नगर निवासी ने अपने परिवार की सुरक्षा का हवाला देते हुए कहा था कि आप पंद्रह दिन हॉस्पीटल में रहना, नहीं तो घर खाली कर दो, लेकिन उनको समझाने के बाद समझने को तैयार नहीं है.
मकान मालिक केशव साहू ने लल्लूराम डॉट कॉम को बताया कि लगातार ड्यूटी जा रही थी, इसलिए सतर्क रहने के लिए कहा था फिलहाल हेल्प डेस्क वाले अभी आए थे उनको जानकारी दे दी गई है. साथ ही रामेश्वरी ने बताया कि मंजू सिस्टर, दो अन्य स्टॉप के साथ यही समस्या है. इसलिए हम स्वास्थ्य विभाग से आस है की हमारे समस्या का कुछ समाधान निकालें.
जिला चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि आम पब्लिक है, इन पर क्या कार्रवाई कर सकते हैं. दुख की बात है कि जो आप लोगों के लिए काम कर रहें हैं, उनके साथ ऐसे कर रहे हैं. गर्वमेंट मेडिकल स्टॉप के लिए निमोरा में पूर्ण व्यवस्था गई है, हम कोराना से लड़े या ऐसे मकान मालिक से.