Landmark Cars Ltd Q2 Results: लैंडमार्क कार्स लिमिटेड ने सितंबर तिमाही (Q2FY25) के नतीजों से बाजार को चौंका दिया है. कभी घाटे में चलने वाली यह कंपनी अब मुनाफे के ट्रैक पर लौट आई है. कंपनी ने तिमाही में ₹1.18 करोड़ का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में उसे ₹0.02 करोड़ का घाटा हुआ था.

राजस्व (Revenue) भी शानदार उछाल के साथ ₹907 करोड़ से बढ़कर ₹1,211 करोड़ पहुंच गया. यानी सालाना आधार पर 33.5% की ग्रोथ.

ग्रोथ के पीछे क्या है राज?

Landmark Cars ने कहा कि इस तिमाही की मजबूती का सबसे बड़ा कारण नई कारों की मजबूत मांग और ब्रांड डाइवर्सिफिकेशन है. कंपनी Mercedes-Benz, Honda, Jeep, Volkswagen और Renault जैसे ब्रांडों की डीलरशिप चलाती है.

त्योहारों के सीजन में कार सेल्स में बढ़ोतरी और GST घटने के बाद मार्जिन में सुधार ने कंपनी के प्रदर्शन को बल दिया है. साथ ही, अक्टूबर और नवंबर में बुकिंग में तेजी देखने को मिली है.

EBITDA में सुधार, मगर मार्जिन पर दबाव

EBITDA 5.5% बढ़कर ₹54.1 करोड़ रहा, लेकिन EBITDA मार्जिन 5.7% से घटकर 4.5% पर आ गया. कंपनी ने माना कि सेस क्रेडिट में अनिश्चितता और नई कारों पर अस्थायी डिस्काउंट देने के चलते मार्जिन दबाव में रहा. इसके अलावा, नए वर्कशॉप्स और सर्विस सेंटर्स के रैंप-अप फेज ने भी ग्रॉस मार्जिन को प्रभावित किया.

ब्रेक-ईवन में थोड़ी देरी, पर उम्मीद बरकरार

कंपनी के कुछ नए आउटलेट्स से सितंबर तिमाही तक ब्रेक-ईवन की उम्मीद थी, लेकिन बाजार में अस्थिरता के कारण यह लक्ष्य हासिल नहीं हो सका. Landmark Cars अब Q3FY26 तक ब्रेक-ईवन हासिल करने की उम्मीद कर रही है.

प्रबंधन का कहना है कि आने वाले क्वार्टर्स में मुनाफे की गति और तेज़ होगी, खासकर हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक सेगमेंट की मांग बढ़ने से.

Honda की आक्रामक रणनीति से मिलेगा बूस्ट

Landmark Cars की ग्रोथ स्टोरी को ताकत देने में Honda की बड़ी भूमिका होगी. Honda 2030 तक 10 नए मॉडल लॉन्च करने की योजना पर काम कर रही है, जिनमें 7 SUV होंगी. 

ब्रांड का फोकस इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड गाड़ियों पर है. आने वाले वर्षों में Honda का बिजनेस 5 से 10 गुना तक बढ़ सकता है — और इसका सीधा फायदा Landmark Cars को मिलेगा.

स्टॉक पर निवेशकों की निगाहें क्यों टिकी हैं

11 नवंबर को Landmark Cars का शेयर NSE पर 1.61% गिरकर ₹603.50 पर बंद हुआ. हालांकि, बीते 6 महीनों में इसने 41.57% का शानदार रिटर्न दिया है. एक साल की तुलना में स्टॉक में 4.46% की गिरावट रही है, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि Q3 में कंपनी के प्रदर्शन से यह स्टॉक दोबारा रफ्तार पकड़ सकता है. कंपनी का मौजूदा मार्केट कैप ₹2,500 करोड़ से अधिक है.

Landmark Cars का बिजनेस मॉडल

Landmark Cars भारत की प्रमुख ऑटो डीलरशिप चेन है जो नई और पुरानी कारों की बिक्री, सर्विस, स्पेयर पार्ट्स, इंश्योरेंस, बॉडी रिपेयर और वारंटी जैसी सेवाएं प्रदान करती है. कंपनी लगातार अपने नेटवर्क को बढ़ा रही है — नए आउटलेट्स, सर्विस सेंटर और हाई-एंड ब्रांड पार्टनरशिप इसके एक्सपेंशन की दिशा में अहम कदम हैं.

निवेशकों के लिए संकेत

मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि कंपनी के पास लंबी अवधि में ग्रोथ की बड़ी संभावना है. हालांकि मार्जिन फिलहाल दबाव में हैं, लेकिन हाइब्रिड और EV ट्रेंड से Landmark Cars को मजबूत सपोर्ट मिल सकता है.“घाटे से मुनाफे तक का सफर हमेशा कंपनी की रफ्तार दिखाता है, और Landmark Cars की रफ्तार इस वक्त बाजार में सबसे तेज़ नजर आ रही है.”