अमित पांडेय, डोंगरगढ़. क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि किसी अपने का अंतिम संस्कार कचरे के अंबार के बीच किया जाए? लेकिन डोंगरगढ़ के वार्ड नंबर 01 के लोगों के लिए यह दिल दहला देने वाली हकीकत बन चुकी है। यहां का मुक्तिधाम खंडहर में तब्दील हो चुका है, जहां परिजन अपनों को विदाई देने के लिए गंदगी, दुर्गंध और कचरे के ढेरों के बीच खड़े होने को मजबूर हैं। सफाई के नाम पर यहां सिर्फ खानापूर्ति हो रही है, ऊपर से मुक्तिधाम को कचरा डंपिंग जोन बना दिया गया है।

नगर पालिका की घोर लापरवाही का आलम यह है कि जहां अंतिम संस्कार की पवित्रता बनी रहनी चाहिए, वहां कचरे का साम्राज्य फैला हुआ है। सफाईकर्मी मौजूद होने के बावजूद काम केवल कागजों तक सीमित है। हालत यह है कि मृतक का अंतिम संस्कार करते समय परिजन मुंह ढककर खड़े होते हैं और बाउंड्रीवाल के अभाव में अधजली लकड़ियों के बीच जानवर शव के अवशेषों से छेड़छाड़ करते हैं सो अलग, इससे बड़ी संवेदनहीनता और क्या हो सकती है?

श्मशान घाट की भूमि पर अवैध कब्जा

मुक्तिधाम के आसपास बाउंड्रीवॉल न होने के कारण अतिक्रमणकारी भी सक्रिय हैं। लोग बेखौफ होकर श्मशान घाट की भूमि पर कब्जा कर रहे हैं। वहीं नगर पालिका ने यहां कचरा डंपिंग जोन बना डाला है, जिससे अंतिम यात्रा के दौरान लोगों को न केवल बदबू झेलनी पड़ती है, बल्कि गंदगी के बीच अपनों को विदाई देने का दर्द भी सहना पड़ता है। हैरानी की बात यह है कि इस बदहाल मुक्तिधाम के नजदीक विकासखंड शिक्षा विभाग का कार्यालय, कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल और घनी बस्तियां हैं, जहां रहवासी संक्रमण और बीमारियों के खतरे के साए में जी रहे हैं। सवाल उठने लगे हैं कि क्या नगर पालिका और जनप्रतिनिधि इस भयावह स्थिति से अनजान हैं या फिर उन्होंने आंखें मूंद रखी हैं?

वार्डवासियों का सवाल – वार्ड नंबर 01 से सौतेला व्यवहार क्यों?

स्थानीय लोगों का आक्रोश अब चरम पर है। उनका कहना है कि डोंगरगढ़ में जहां अन्य मुक्तिधाम व्यवस्थित और साफ-सुथरे हैं, वहीं वार्ड नंबर 01 और 3 के निवासियों के साथ यह सौतेला व्यवहार क्यों? कई बार शिकायत करने के बावजूद प्रशासन केवल आश्वासन देता है, काम के नाम पर जमीनी हकीकत शून्य है। क्षेत्रवासियों की मांग है कि कन्या शाला स्कूल के पास स्थित इस मुक्तिधाम की तत्काल सफाई कराई जाए, कचरा डंपिंग पर रोक लगे और चिता स्थल एवं विश्राम भवन का मरम्मत कार्य शुरू हो। वहीं दूसरी ओर इस मामले में जिम्मेदारों का कहना है कि जल्दी जांच करवा कर कार्यवाही करेंगे.