राम कुमार यादव,अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की माता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव का दिल्ली के मेदांता अस्पताल में सोमवार को निधन हो गया था. उनके अंतिम संस्कार को लेकर अंबिकापुर में विशेष तैयारियां की जा रही है. अंबिकापुर के पैलेस में राजमाता के अंतिम संस्कार की तैयारियों को देखते हुए सरगुजा कलेक्टर व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत सहित स्वास्थ्य विभाग वन विभाग और खाद्य विभाग का पूरा अमला यहां मौजूद है. इस अंतिम संस्कार राहुल में गांधी भी आ सकते है. इसके संकेत शिक्षा मंत्री ने दी है. प्रदेश के सभी कैबिनेट मंत्री कल मौजूद रहेंगे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अमेरिका दौरे पर होने की वजह से नहीं आ पाएंगे.

प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉ प्रेम साय सिंह टेकाम ने बताया कि मेरा तो घर जैसा संबंध रहा और 1980 से मैं राजनीति में आया और विधायक बना उस समय से मुझे प्यार से प्रेम कहकर बुलाती थी. यही प्यार था कि उनके जाने का दुःख तो है ही, लेकिन उनकी बहुत सी बातें याद आती है. कोई भी काम होता था. तो मुझे प्रेम कहकर बुलाती और काम करने को कहती थी. जब वह भोपाल में मंत्री थी तब सभी लोगों से परिचय हुआ था और अन्य राज्यों को लोग भी उन्हें जानते थे.

राजमाता के निधन की खबर जैसे ही सरगुजा में पहुंची, राजपरिवार समेत पूरे सरगुजा में शोक की लहर फैल गई थी. राजमाता देवेंद्र कुमारी 86 वर्ष की थीं. सांस की बीमारी के कारण जनवरी माह में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अंबिकापुर के रानी तालाब में राजमाता का अंतिम संस्कार किया जाएगा. उससे पहले राजमाता के अंतिम दर्शन के लिए बुधवार 10 बजे कोठी घर में आम जनता के लिए रखा जाएगा. जिसमें शहर सहित अन्य राज्यों के लोग और रिश्तेदार मौजूद रहेंगे.

बता दें कि स्व. देवेंद्र कुमारी सिंहदेव का जन्म 13 जुलाई 1933 को हिमाचल प्रदेश के जब्बल राज परिवार में हुआ था. अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव स्व. एमएस सिंह देव से विवाह के बाद वो सरगुजा आई थीं. यहीं से उन्होंने राजनीति की शुरुआत भी की थी. कांग्रेस की राष्ट्रीय नेत्री स्व. देवेंद्र कुमारी सिंह देव एक बार अंबिकापुर व एक बार बैकुंठपुर से विधायक भी रहीं. वहीं अविभाजित मध्य प्रदेश में 2 बार कैबिनेट मंत्री थीं. एक बार पर्यावरण मंत्रालय और दूसरी बार कृषि मंत्रालय मिला हुआ था.