दिल्ली। केंद्रीय कृषि कानून के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को 37 दिन पूरे हो चुके हैं. आज आंदोलन का 38वां दिन है. इस मौके पर किसान नेता आज दिल्ली में एक प्रेसवार्ता करने जा रहे हैं. इस प्रेस वार्ता में किसान नेता आंदोलन के आगे की रणनीति का खुलासा करेंगे.
किसान नेताओं ने कहा कि हम सरकार के आगे झुकने वाले नहीं है. सरकार ने अगर हमारी मांगें नहीं मानी तो हमारा आंदोलन आगे और तेज होगा. किसान नेताओं का कहना है कि 4 जनवरी को सरकार से फिर बातचीत होनी है. इस बातचीत में अगर परिणाम संतोषजनक नहीं रहा है तो 6 जनवरी को मार्च का आयोजन होगा.
6 जनवरी से 20 जनवरी के बीच पूरे देश में किसान जन जागृति अभियान चलाएंगे. 23 जनवरी को नेता सुभाषचंद्र बोस की जयंती को किसान विशेष चेतना दिवस का आयोजन होगा. BJP नेताओं के खिलाफ देशभर में पार्टी छोड़ो अभियान चलाएंगे. पंजाब और हरियाणा के टोल आगे भी फ्री रहेंगे.
वहीं किसान नेताओं ने यह भी कहा है कि हरियाणा में गाँव-गाँव में बीजेपी और जेजेपी विधायकों, सांसदों का विरोध होगा. यह विरोध तब तक जारी रहेगी जब तक की हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती है. हरियाणा हमारे विरोध का असर दिखेगा और वहाँ सरकार भी गिर सकती है.