गयाजी। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) से हाल ही में निकाले गए पूर्व प्रदेश महासचिव लक्ष्मण मांझी ने केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और उनके पूरे राजनीतिक परिवार पर सीधा हमला बोला है। गया में आयोजित एक प्रेस वार्ता में लक्ष्मण मांझी ने कहा कि मांझी खुद मान चुके हैं कि अगर उन्हें 16 सीटों पर लड़ने का मौका मिलता है तो वह सिर्फ 8 सीटें ही जीत सकते हैं। यानी चुनाव लड़ने से पहले ही वे आधी हार स्वीकार कर चुके हैं। लक्ष्मण मांझी ने दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनावों में ‘हम’ पार्टी सिर्फ 4 सीटों पर सिमटकर रह जाएगी। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि कभी 40 कभी 20, फिर 16 और अब 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की बातें की जा रही हैं लेकिन सच्चाई यह है कि जनता का भरोसा अब खत्म हो चुका है।

पिता-पुत्र की सत्ता को बताया पारिवारिक धंधा

लक्ष्मण मांझी ने मांझी परिवार पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए कहा,
जीतन राम मांझी खुद सांसद हैं, बेटा मंत्री है बहू विधायक है समधन भी विधायक हैं। यह सत्ता का व्यवसाय बन गया है। क्या कभी किसी गरीब मुसहर, भुइयां, पासवान या भूमिहार को टिकट मिला?
उन्होंने कहा कि सिर्फ पैसे वाले और अपने रिश्तेदारों को टिकट देना ही मांझी की नीति बन चुकी है।

काले कारनामों की फाइल खोलने की चेतावनी

लक्ष्मण मांझी ने कहा कि उनके पास मांझी पिता-पुत्र के खिलाफ सबूतों से भरी फाइल है।
समय आने पर इस फाइल को जनता के सामने लाया जाएगा। इसके खुलते ही बिहार की राजनीति में भूचाल आ जाएगा।

चुनाव लड़ने को लेकर दिया संकेत

विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर पूछे गए सवाल पर लक्ष्मण मांझी ने कहा कि जनता के आदेश पर चुनाव मैदान में उतरेंगे। जैसा जनता कहेगी, वैसा ही करेंगे।