रायपुर- सुपेबेड़ा के हालात को लेकर राज्यपाल के दौरे के बीच नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं. कौशिक ने अपने बयान में कहा है कि सुपेबेड़ा की स्थिति वास्तविक में गंभीर है. स्वास्थ्य मंत्री ने जो कहा है कि हालात ठीक नहीं है, यह कहने से सरकार की इतिश्री नहीं हो जाती. मुझे नहीं लगता कि पानी की समस्या का निदान सरकार न कर पाएं. पानी की वजह से यदि कोई बीमार हो रहा है, तो यह सरकार की असफलता है.

धरमलाल कौशिक ने कहा कि दूसरी बात यह है कि ओडिशा से जो शराब आ रही है इसकी वजह से स्थानीय लोग बीमार पड़ रहे हैं. छत्तीसगढ़ की सरकार क्या ओडिशा से आ रही शराब को रोकने में अक्षम हो गई है. अवैध रूप से लोग शराब का सेवन कर रहे हैं, यह सरकार के लिए शर्मनाक है. मुझे लगता है कि सरकार की इच्छाशक्ति का अभाव है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में बड़े-बड़े रिसर्च सेंटर हैं. ऐसी जगहों पर काम करने वालों को आमंत्रित करना चाहिए. प्रभावित लोगों का बेहतर इलाज कहां करा सकते हैं, ये देखा जाना चाहिए. पैसे की कोताही नहीं करनी चाहिए. पैसे से जान की कीमत ज्यादा है. सरकार को तत्परता बरतने की जरूरत है. आज हम यदि हाथ उठा दे कि पिछली सरकार ने नहीं किया, तो हम भी नहीं करेंगे. यह कोई बात नहीं हुई.

बता दें कि सुपेबेड़ा में किडनी की बीमारी की वजह से लगातार होती मौत को राज्यपाल अनुसुइया उइके ने गंभीरता से लिया है. वह आज स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के साथ सुपेबेड़ा के दौरे पर पहुंची थी. इस दौरान उन्होंने कहा था कि सुपेबेड़ा अब उनकी जिम्मेदारी है. हालांकि इस बीच यह भी बताते चले की सुपेबेड़ा में किडनी की बीमारी की वजह से मौतों का सिलसिला पिछली सरकार के दौरान ही शुरू हुआ था. तब विपक्ष में बैठी कांग्रेस इस मुद्दे पर सरकार को घेरती रही थी. लेकिन तब भी सरकार इस समस्या का कोई वाजिफ हल ढूंढ नहीं सकी थी.