रायपुर। आंजनेय विश्वविद्यालय में सेमीकंडक्टर के माध्यम से भविष्य की संभावनाओं पर व्याख्यान आयोजित किया गया. इस विषय पर ब्रूक्स ऑटोमेशन (जर्मनी) के प्रोडक्ट लाइन डायरेक्टर डॉ. जगदीश चन्द्र एस ने सेमीकंडक्टर तकनीक के क्षेत्र में होने वाले नवाचारों के संभावित प्रभावों पर विस्तार से अपने विचार रखे.
डॉ. जगदीश ने कहा कि सेमीकंडक्टरों के नए उपयोग और तकनीकी अद्वितीयताएं भविष्य में विभिन्न क्षेत्रों में सुधार पैदा कर सकती हैं, जैसे कि सुरक्षा, नियंत्रण सहित अन्य. वर्तमान में सेमीकंडक्टर के आकर घट रहे हैं जिसके कारण तकनीक में परिवर्तन हमें देखने को मिल रहे हैं. आज भारत जैसे विकासशील देश में एजुकेशनल संस्थओं और उद्योगों को आपस में मिलकर इस दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है.
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. टी रामाराव ने अतिथि का परिचय देते हुए कहा कि हमारा विश्वविद्यालय लगातार प्रयास कर रहा है कि ऐसे व्याख्यानों से प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों को निश्चित रूप से लाभ मिलता है. ये हमारे लिए भी गर्व का विषय होगा कि भविष्य में हमारा विश्वविद्यालय तकनीक की इस दिशा में कार्य करेगा.
आंजनेय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति अभिषेक अग्रवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय ने अपने शैक्षिक प्रतिष्ठान में विशेष व्याख्यान का संकल्प लिया है और उसके प्रमुख मिशन में से एक है साइंस और तकनीकी के क्षेत्र में नवाचार को प्रोत्साहित करना. इसी के तहत आज विश्वविद्यालय में व्याख्यान आयोजित कर सेमीकंडक्टर के उपयोग एवं भविष्य की संभावनाओं पर प्राध्यापकों सहित विद्यार्थियों को जानकारी प्राप्त हुई. अंत में स्मृति चिह्न देकर डॉ. जगदीश चन्द्र एस को सम्मानित किया.
कार्यक्रम में डायरेक्टर जनरल डॉ. बीसी जैन, विश्ववविद्यालय के प्रति कुलपति सुमित श्रीवास्तव, डीन डॉ. रूपाली चौधरी, डॉ. निधि शुक्ला, डॉ. प्रांजली गनी एवं विश्वविद्यालय के सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापकगण, कर्मचारीगण एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे.