रायपुर। कोरोना लॉकडाउन के दौरान छत्तीसगढ़ में रुका कोई भी प्रवासी मजदूर भूखा-प्यासा नहीं सोएगा, इस दौरान छत्तीसगढ़ सरकार उसके रहने की भी व्यवस्था करेगी.

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा नियुक्त नोडल अधिकारी और श्रम विभाग के सचिव सोनमणि बोरा ने प्रदेश के तमाम कलेक्टरों के लिए पत्र जारी किया है. इसमें प्रवासी मजदूरों के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार, अस्थाई शिविर में उनके रहने, स्वच्छ खाने और पानी की व्यवस्था करने को कहा है.

प्रवासी मजदूरों के लिए बनाए गए अस्थाई शिविरों में रहने, खाने और पीने के पानी के अलावा दवाई, हाथ धोने की व्य़वस्था, टॉयलेट, और पर्याप्त साफ-सफाई के साथ महिलाओं और बच्चों के लिए विशेष व्यवस्था करने को कहा गया है. इसकी निगरानी के लिए प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति के अलावा पुलिस और स्वयं सेवकों की व्यवस्था करने को कहा गया है.