रायपुर। समय के साथ कैंसर से ग्रसित लोगों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. तमाम तरह से कैंसर में ल्यूकेमिया भी एक कैंसर है, जिसे सामान्य भाषा में ब्लड कैंसर कहा जाता है. ल्यूकेमिया के संबंध में बालको मेडिकल सेंटर के विशेषज्ञ डॉ. नीलेश जैन ने lalluram.com से जानकारी साझा की. आइए उन्हीं की जबानी हम ल्यूकेमिया को समझते हैं.

Leukaemia के संबंध में डॉ. जैन बताते हैं कि यह ब्लड का कैंसर है, जो बच्चों व बड़ों को हो सकता है. यह मुख्यतः दो प्रकार का होता है, पहला एक्यूट Leukaemia और दूसरा क्रॉनिक Leukaemia. इसके लक्षणों की जानकारी देते हुए वे बताते हैं कि इसमें बार-बार बुखार आना, वजन घटना, भूख ना लगना, कमजोरी लगना, शरीर पर लाल चकत्ते आ जाना, ब्लीडिंग होना, लीवर व spleen में सूजन आ जाना इत्यादि.

ब्लड कैंसर से बचाव व उपचार के संबंध में डॉ. नीलेश जैन ने बताया कि जब भी उपर्युक्त में से कोई भी लक्षण आता है, तो बिना देर किए जल्दी से जल्दी एक रक्त रोग विशेषज्ञ से मिलना चाहिए, और उसकी सलाह अनुसार रक्त कैंसर की डायग्नोसिस करके उसका उपचार शुरू करवाना चाहिए. इसी प्रकार से हम ब्लड कैंसर से अपना बचाव कर सकते हैं.

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क्या यह अनुवांशिक होता है. इस संबंध में बताते हैं कि कुछ केसेस में अनुवांशिक भी होता है, लेकिन ज्यादातर एक्वायर्ड जीन म्यूटेशन की वजह से होता है. क्या बालको मेडिकल सेंटर में ब्लड कैंसर का उपचार उपलब्ध है. इस संबंध में उन्होंने बताया कि बालको मेडिकल सेंटर में ब्लड कैंसर ट्रीटमेंट के लिए पूरी टीम उपलब्ध है, जो कि बच्चों के एवं बड़ों में होने वाले ब्लड कैंसर का सटीक से जांच करके पूर्णता उपचार किया जाता है.

डॉ. दिव्येंदू डे से जानिए क्या है ल्यूकेमिया, देखिये वीडियो  …