नई दिल्ली . दिल्ली में जल संकट के बीच दिल्ली सरकार में जल मंत्री आतिशी ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखकर तत्काल बैठक बुलाने की मांग की. साथ ही उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को भी पत्र लिखकर तत्काल पानी छोड़ने का अनुरोध किया.

LG को लिखे पत्र में आतिशी ने लिखा कि मुनक कैनाल से दिल्ली को 1050 क्यूसेक पानी मिलना चाहिए, लेकिन वो अब घटकर 840 क्यूसेक रह गया है. दिल्ली में 7 वाटर ट्रीटमेंट प्लांट मुनक कैनाल के पानी पर निर्भर हैं. अगर यही स्थिति रही तो दिल्ली में पानी की किल्लत खड़ी हो सकती है. अगर आज पानी की सप्लाई नहीं बढ़ी तो एक से दो दिन में दिल्ली के अंदर बड़ा संकट खड़ा हो सकता है. दिल्ली के लाखों लोग इससे प्रभावित होंगे.

दिल्ली में पानी की किल्लत से बचने के लिए और लोगों को पर्याप्त पानी देने के लिए तत्काल आपातकालीन बैठक बुलाने की जरूरत है. केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर आपसे मामले में हस्तक्षेप करने और तत्काल समाधान निकालने का अनुरोध किया जा रहा है.

समझौते के मुताबिक नहीं मिल रहा पानी

हरियाणा के मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में आतिशी ने दिल्ली में पानी संकट से जुड़ी इन्हीं बातों को दोहराया है. उन्होंने लिखा कि समझौते के हिसाब से मुनक कैनाल के जरिए दिल्ली को 1050 क्यूसेक पानी मिलना चाहिए, लेकिन आंकड़े बता रहे हैं कि दिल्ली को कैनाल के जरिए मिल रहे पानी में बीते एक सप्ताह के दौरान कमी आई है. 26 मई से दिल्ली को मिल रहे पानी की प्रतिदिन की रिपोर्ट को भी पत्र में संलग्न किया गया है.

उपराज्यपाल ने मांगी पूरी जानकारी

आतिशी द्वारा लिखे गए पत्र के जवाब में उपराज्यपाल ने उन्हें सोमवार सुबह 11 बजे मुलाकात का समय दिया है. इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को दिल्ली पहुंचने वाले पानी की पूरी रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है. इसमें कहा गया है कि हिमाचल और हरियाणा से आने वाले पानी की जानकारी दी जाए. पानी की बर्बादी को रोकने के लिए क्या कदम उठाए गये हैं और वजीराबाद में डिसिल्टिंग का कार्य कितना पूरा हुआ है, इसका आंकलन करने के भी निर्देश दिए हैं.