नई दिल्ली . राजधानी में चल रही जी-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने उच्च स्तरीय बैठक की.

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि एक सप्ताह के भीतर इससे संबंधित सभी परियोजनाओं को पूरा किया जाए. उपराज्यपाल ने नागरिक, विद्युत, बागवानी, चिकित्सा और सुरक्षा की तैयारियों में युद्धस्तर पर काम करने के निर्देश दिए हैं. अगली समीक्षा बैठक 31 अगस्त को होगी.

उपराज्यपाल ने जी-20 सम्मेलन के प्रमुख कार्यक्रम स्थल आईटीपीओं में निर्बाध बिजली आपूर्ति को लेकर जानकारी ली. इसके साथ ही उन्होंने बिजली विभाग से इसे गड़बड़ी मुक्त बनाने को कहा. बैठक में बताया गया कि किसी भी आपात्कालीन चिकित्सा स्थिति के लिए सभी सरकारी अस्पताल पूरी तरह से तैयार हैं. प्रत्येक अस्पताल में तीन टीमों के साथ डॉक्टरों और प्रशिक्षित चिकित्सा कर्मियों की कुल 80 टीमें रहेंगी. आयोजन के दौरान 70 उन्नत और 60 पूरी तरह से सुसज्जित एंबुलेंस सेवा में मौजूद रहेंगी. इसके साथ ही निजी अस्पतालों को भी तैयार रखने का निर्देश दिया गया है. उन्हें बताया गया कि शिखर सम्मेलन स्थल के अलावा मेहमानों के होटलों में भी एंबुलेंस तैनात की जाएंगी.

फायर सेफ्टी ऑडिट करने के निर्देश वीके सक्सेना ने प्राथमिकता के आधार पर सभी होटलों का फायर सेफ्टी ऑडिट जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है. अग्निशमन विभाग की ओर से एलजी को बताया कि होटलों में दमकल की गाड़ियां तैनात रहेंगी. आईटीपीओ में पांच दमकल गाड़ियां तैनात रहेंगी. कुल 66 दमकल गाड़ियां जी-20 सम्मेलन के दौरान विभिन्न जगहों पर तैनात की जाएंगी. सुरक्षा पहलु पर एलजी को बताया गया कि सम्मेलन के दौरान किसी भी तरह के खतरे (आतंक, परमाणु, जैविक, रासायनिक, सामान्य कानून और व्यवस्था) की स्थिति से निपटने को सुरक्षा व्यवस्था की गई है.