नई दिल्ली. उपराज्यपाल (एल-जी) वी.के. सक्सेना ने शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जवाब देते हुए “फरिश्ते योजना” को रोकने के आरोपों का खंडन करते हुए इसे जिम्मेदारियों से बचने के उद्देश्य से “अहंकार की पूर्व-सोच-समझकर की गई कवायद” बताया. इस योजना को लेकर हुए विवाद के बीच उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने शनिवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा. इसमें कहा कि योजना दिल्ली सरकार के नियंत्रण में है. स्वास्थ्य और वित्त विभाग इसे चलाते हैं. इस योजना को लेकर सरकार गलत आरोप लगाकर जिम्मेदारी से भाग रही है. सरकार के आरोप पर ही सर्वोच्च न्यायालय ने एलजी कार्यालय को नोटिस जारी किया.

एलजी ने पत्र में लिखा कि स्वास्थ्य मंत्री ने 23 अक्तूबर को पत्र लिखकर स्वास्थ्य सचिव डॉ. एसबी दीपक कुमार और (पूर्व डीजीएचएस) डॉ. नूतन मुंडेजा को निलंबित करने व फरिश्ते योजना को रोकने के लिए इनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की. मंत्री के प्रस्ताव को एनसीसीएसए को भेजे जाने के लिए लिखा है