हेमंत शर्मा, रायपुर। एलआईसी के शेयर बेचने के विरोध में कर्मचारियों ने सोमवार को पंडरी स्थित एलआईसी ऑफिस परिसर में प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए. सरकार के फैसले के विरोध में कल देशव्यापी हड़ताल भी होने वाली है.

कर्मचारी नेता धर्मराज महापात्र ने कहा कि बजट प्रस्ताव में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पब्लिक सेक्टर एलआईसी के शेयर को बाजार में बेचने की जो घोषणा किया है. हम समझते हैं यह सरकार का सबसे बड़ा घातक राष्ट्र विरोधी और देश विरोधी कदम है. उसका सबसे बड़ा कारण है 1956 में पब्लिक सेक्टर एलआईसी का जब निर्माण हुआ. निजी कंपनियां 245 से ज्यादा थी उन निजी कंपनियों को समाप्त कर राष्ट्रीय करण के जरिए भारतीय जीवन बीमा निगम की स्थापना हुई.

1956 से लेकर 2020 तक एलआईसी ने भारत के आर्थिक विकास में जो योगदान दिया है यह दुनिया में कोई ऐसे कंपनी नहीं है जिसका योगदान रहा हो. एलआईसी ने जो जब भी सरकार संकट में रहती है तो संकट से उबारने के लिए अगर सबसे बड़ा औजार है तो वह एलआईसी है. अगर एलआईसी को निजी हाथ में सौंपा गया तो यह देश विरोधी कदम होगा इसलिए पूरे देश में कल कर्मचारी 1 घंटे की बहिर्गमन हड़ताल के जरिए इसका जवाब देंगे.