चंडीगढ़. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भाजपा के कोठी नंबर-50 को लेकर लगाए जा रहे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए करारा जवाब दिया है। सीएम मान ने कहा कि अगर शीश महल देखना है तो कैप्टन अमरिंदर सिंह और केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू का देखों। उन्होंने कैप्टन पर तीखा हमला बोलते हुए याद दिलाया कि देश की सुरक्षा को दांव पर लगाकर इसी कोठी में पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम को लंबे समय तक ठहराया गया था, तब किसी ने मुंह नहीं खोला।

 मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि चंडीगढ़ के सेक्टर-2 में स्थित कोठी नंबर-50 मुख्यमंत्री का कैंप ऑफिस है और मुख्यमंत्री निवास का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “मैं 16 मार्च 2022 से, जब से सरकार ने शपथ ली थी, तब से इस कोठी का मालिक हूं। इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। कांग्रेस के मुख्यमंत्री भी यही रहे हैं। यह वही जगह है।”

 सीएम मान ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा का काम भ्रम फैलाना है और वह अभी भी यही कर रही है।” उन्होंने कोठी नंबर-45 को मुख्यमंत्री का आधिकारिक निवास बताया और कोठी नंबर-50 को अपना कैंप ऑफिस। मान ने कहा कि पंजाब के असली मुद्दों की बजाय भाजपा गुमराह करने वाला प्रचार कर रही है। कोठी नंबर-50 में बने कैंप ऑफिस को लेकर किया जा रहा झूठा प्रचार बेहद निंदनीय हैं।

भाजपा ने क्या लगाया आरोप?

शुक्रवार (31 अक्टूबर) को दिल्ली और चंडीगढ़ भाजपा ने सोशल मीडिया पर सैटेलाइट तस्वीरें साझा करते हुए दावा किया था कि आम आदमी बनने का दिखावा करने वाले अरविंद केजरीवाल ने चंडीगढ़ के सेक्टर-2 में सीएम कोटे से 2 एकड़ का आलीशान 7-सितारा सरकारी बंगला बनवाया है। भाजपा ने इसे “एक और शीश महल” करार दिया।

 सीएम मान का जवाब

  • कोठी नंबर-50 कोई नया निर्माण नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री का पुराना कैंप ऑफिस है।
  • कांग्रेस के सीएम भी यहीं रहे, कोई सवाल नहीं उठाया।
  • कैप्टन अमरिंदर ने यहीं अरूसा आलम को ठहराया, तब सुरक्षा पर सवाल क्यों नहीं?
  • असली शीश महल कैप्टन और बिट्टू के हैं, पहले उन्हें देखें।