रायपुर. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले शराबबंदी के ऐलान के कयासों के बीच वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा के नेतृत्व में एक टीम बिहार पहुंची थी. शराबबंदी के लिए गठित इस कमेटी में शामिल संसदीय सचिव रश्मि सिंह, शिशुपाल सोरी, कुंवर सिंह निषाद, द्वारिकाधीश यादव, दलेश्वर साहू और पुरुषोत्तम कंवर के साथ आबकारी आयुक्त निरंजन दास समेत अधिकारियों ने कुछ जिलों का दौरा करने का बाद शुक्रवार को पटना में बिहार के सीएम नीतीश कुमार के साथ बैठक की. ये जानकारी सोमवार को विधानसभा में मीडिया को संबोधित करते हुए विधायक सत्यनारायण शर्मा ने दी.

सीएम नीतीश कुमार ने बताया कि किस तरह उन्होंने शराबबंदी का फैसला किया और इसे सफलतापूर्वक लागू किया गया. अब बिहार के बाद छत्तीसगढ़ की टीम मिजोरम जाएगी. बता दें कि इससे पहले सत्यनारायण शर्मा के साथ यह टीम गुजरात का दौरा कर लौट चुकी है.

शुक्रवार को सीएम नीतीश से मिला छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधिमंडल

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधिमंडल को बताया कि शराब के कारोबार से राज्य को 5 हजार करोड़ रुपये प्रतिवर्ष राजस्व मिल रहा था, लेकिन लोग 10 हजार करोड़ रुपये शराब पर खर्च कर रहे थे. शराबबंदी लागू होने के बाद लोग उन पैसों का उपयोग अपनी जरूरत के लिए करने लगे. सब्जी, फल, दूध की बिक्री बढ़ी है. लोगों के खान-पान, शिक्षा, रहन-सहन में सुधार हुआ है. शराबबंदी को लेकर हम लोग लगातार अभियान चला रहे हैं.