दिल्ली। केंद्र सरकार ने लॉकडाउन के लंबे पीरियड में शराब की बिक्री बंद रखी लेकिन राजस्व की तगड़ी चोट के चलते सरकार को शराब बिक्री की इजाजत देनी पड़ी। अब सरकार इससे खजाना भरने में जुटी है।

दरअसल केंद्र सरकार द्वारा शराब बिक्री की छूट के बाद कई राज्यों में शराब की दुकान खोल दी और इसकी बिक्री शुरू कर दी। शराब से हुई ताबड़तोड़ कमाई के बाद राज्य सरकारों ने खाली खजाना भरने के लिए और अपना राजस्व बढ़ाने के लिए शराब पर कोविड टैक्स लगा दिया। इसे राज्य सरकारों ने बंपर तरीके से लगाया। यहां तक कि सत्तर से सौ फीसदी तक कोविड टैक्स सरकार ने शराब की बिक्री पर लगा दिया।

इस टैक्स के चलते शराब के दाम महंगे हो गए। वहीं अब हाल फिलहाल शराब के दामों में कमी के आसार नहीं दिख रहे हैंं। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने शराब पर लगे कोरोना टैक्स को वापस लेने के प्रस्ताव को टाल दिया है। उधर यूपी समेत कई राज्यों ने साफ कर दिया है कि वे कोरोना टैक्स को हटाने की ना तो योजना बना रही हैं और ना ही निकट भविष्य में ऐसा करने का उनका इरादा है।