चंडीगढ़. कांग्रेस में संगठन का गठन अब अंतिम चरण में पहुंच गया है. सीडब्ल्यूसी की हैदराबाद में हुई बैठक के बाद कांग्रेस के हरियाणा प्रभारी दीपक बावरिया ने 33 जिलाध्यक्षों के नामों की कच्ची सूची तैयार कर ली है. अब इस सूची को पक्का करने में दो से तीन दिन का समय लगेगा.

प्रभारी मंगलवार से सप्ताहभर के लिए पार्टी के नई दिल्ली स्थित मुख्यालय में डेरा डालेंगे. प्रभारी की मानें तो दो से तीन दिनों में पार्टी हाईकमान को दो से तीन दिनों नामों की सूची सौंप दी जाएगी. ऐसे में संभावना यही है कि 20 सितंबर के बाद कभी भी नामों का ऐलान हो सकता है. पार्टी के हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया का कहना है कि उन्होंने हैदराबाद में पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ संगठन को लेकर बैठक की है, जिनके साथ बैठक नहीं हो पाई है, उनसे दिल्ली में अगले तीन दिनों में बैठक की जाएगी.

इसके बाद आम सहमति से नामों की सूची पार्टी हाईकमान को सौंप दी जाएगी. दूसरी और सूत्रों का कहना है कि पार्टी हाईकमान ने साफतौर से कह दिया है कि सभी नेताओं की सहमति के बाद ही सूची जारी होगी. किसी भी तरह की गुटबाजी अब नहीं रहनी चाहिए. हालांकि पिछले दिनों जब हर जिले में पर्यवेक्षक भेजे गए थे, तब गुटबाजी खुलकर सामने आई थी. पर्यवेक्षकों की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए थे. जिसके बाद मामला पार्टी हाईकमान तक पहुंच गया था. यही नहीं पार्टी ने पर्यवेक्षकों से भी रिपोर्ट तलब कर ली थी.

अभी पार्टी की ओर से सभी 22 जिलों में 33 जिलाध्यक्ष नियुक्त किए जाने हैं, इनमें कुछ जिलों में ग्रामीण और शहरी जिलाध्यक्ष बनने हैं. ऐसे में पार्टी चाहती है कि सभी नेताओं की सहमति से ही जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की जाए. ताकि भविष्य में होने वाले चुनावों में किसी तरह की गुटबाजी न रहे.

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