दुर्ग। सेठ आरसीएस कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में हिन्दी दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर मुख्य वक्ता छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध साहित्यकार कैलाश बनवासी ने वैश्विक स्तर पर हिन्दी के मूल रूप को तोड़ने के हो रहे प्रयास पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि हिन्दी राष्ट्रीय नव जागरण एवं अधिकारिक भाषा है. यह इतनी समृद्ध होने के साथ सहज और सरल है. जो हमें सभी भाषा को एकता की सूत्र में पिरोती है.
कार्यक्रम में शामिल महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रमोद तिवारी ने कहा हिन्दी हमारी मातृभाषा है, और हमें इस पर गर्व करना चाहिए. जिला शिक्षण समिति के सचिव दिलीप इंगले ने हिन्दी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए छात्र-छात्राओं को इस अवसर पर शुभकामनाएं दी. इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण, छात्र-छात्राएं उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन डॉ. दुर्गा शुक्ला ने और आभार प्रदर्शन वाणिज्य विभाग के प्राध्यापक मनोज कुशवाहा ने किया.