कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल का अपने ग्वालियर प्रवास का दूसरा दिन है।बाढ़ पीड़ित 6वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक नन्ही छात्रा ने दर्द भरे शब्दो के गाने की पंक्तियों को राज्यपाल तक पहुंचाने की कोशिश की और वह अपनी आवाज को उन तक पहुंचाने में सफल भी हो गई। मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई ने नन्ही खुशबू गीत को सुनने के लिए बागवाला गांव के चौक पर जा पहुंचे।

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बागवाला गांव के चौक पर पहुंचकर राज्यपाल ने नन्ही खुशबू से कहा कि आप अपना वही गीत सुनाओ, जिस पर खुशबू ने भी गीत की पंक्तियों में राज्यपाल का सत्कार जोड़ दिया, खुशबू ने राज्यपाल के सामने गीत गाया ‘दुनिया में कोई भी हमारा न हुआ ,गैर तो गैर थे लेकिन अपनो का भी सहारा न हुआ’ और साथ ही गीत को सुनाते हुए कहा कि ‘कोई भी नहीं था दुनिया मे अपना, राज्यपाल जी से मिलना लगता था सपना, हमने राज्यपाल जी को पुकारा न होता तो, दुनिया में कोई हमारा न होता।’

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नन्ही खुशबू का गीत सुनते ही राज्यपाल ने खुशबू को फलों की टोकरी और 500 रूपए आशीर्वाद के रूप में दिए। राज्यपाल ने खुशबू से उसकी परेशानियों के बारे में भी पूछा। राज्यपाल ने पूछा कि कि उनको किस तरह की परेशानियां आ रही है। तो खुशबू ने बताया कि बीते दिनों भितरवार क्षेत्र में आई बाढ़ में उनका घर बह गया। सब कुछ तबाह हो गया, आज उनका परिवार सरकारी होस्टल में रह कर जिंदगी बसर कर रहा है। उसने सरकार से मांग की है कि उनके पास खाने तक कि कोई व्यवस्था नह है, ऐसे में सरकार उनकी इस पीड़ा को सुने।

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