बीते साढ़े चार सालों में छत्तीसगढ़ के किसान, पशुपालक और ग्रामीणों के लिए सरकार कई योजनाएं लेकर आई है. इन योजनाओं ने पशुपालकों और किसानों के साथ न्याय किया है. शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा गरुवा घुरवा बारी, ग्रामीणों के लिए आर्थिक विकास का सेतु साबित हो रही है.

ग्राम मदनपुर की रहने वाली रूपाली हलदार अब तक गोबर बेचकर 29 हजार 652 रुपये की कमाई कर चुकी है. उन्होंने बताया कि हम मजदूरी करते हैं इसलिए हमेशा उनके मन में अपने परिवार को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का विचार रहता था. ऐसे में शासन की गोधन न्याय योजना ने उन्हें एक अवसर दिया. आज योजना के तहत वो गौठान में हर दिन 70 से 80 किलो गोबर बेच रही हैं. इससे उनकी आर्थिक स्तर में काफी सुधार हुआ है.

पशुधन से आया बदलाव

रूपाली ने बताया कि पशुधन से ही उनके जीवन में ये बदलाव आया है. इसलिए उन्होंने गोधन से प्राप्त राशि, पशु शेड निर्माण में खर्च की. जिससे शासन की इस महती योजना से उनकी आवक बनी रहे और उनका परिवार तरक्की करता रहे. आज उनकी गायें छांव में रहती हैं, स्वस्थ हैं. उन्होंने यह भी कहा कि वो भविष्य में पशुधन की संख्या में वृद्धि करना चाहती हैं, डेयरी फार्म खोलना चाहती हैं. अब उन्हें गांव में ही सुनहरा भविष्य दिखाई दे रहा है.