सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। छत्तीसगढ़ में शराबबंदी से पहले जनचेतना अभियान चलाया जाएगा. इसके लिए महिला कमांडो को सशक्त किया जाएगा. नशा मुक्ति केंद्रों की भी संख्या बढ़ाई जाएगी. समिति के सदस्य बिहार, गुजरात, नागालैंड, मिजोरम, लक्ष्यदीप समेत जहां पूर्ण शराबबंदी वहां समाज की आर्थिक स्थिति के साथ कानून व्यवस्था का भी अध्ययन करेंगे.

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मामले में मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि पार्टी के घोषणा पत्र में कहा गया है कि हम छत्तीसगढ़ में शराबबंदी करेंगे, लेकिन किसान, आम जनता और मजदूरों की स्थिति को ध्यान में रखा जा रहा है इसलिए जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं लिया जा रहा. शराबबंदी को लेकर सभी समितियों की बैठक ली जा रही है. शराबबंदी से पहले किस तरह का प्रचार होगा. अभियान चलाया जाएगा. जिन राज्यों ने शराबबंदी की, उन राज्यों में कैसी स्थिति है. इसका आकलन किया जाएगा. यहां शराबबंदी को लेकर हमारी सरकार गंभीर है.

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वहीं नक्सल हमले को लेकर मंत्री कवासी लखमा ने बयान दिया है. मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार जब से आई है, तब से हमले कम हो रहे हैं. धीरे-धीरे नक्सली अपने बैकफुट पर आ जाएंगे. हमारी सरकार ने नियम बनाए है कि बस्तर में विकास होगा. बस्तर के लोगों को रोजगार मिलेगा. बस्तर में सड़कें बनेंगी, वहां के विकास को लेकर हमारी सरकार गंभीर है.

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