सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। छत्तीसगढ़ में विद्युत संविदा कर्मियों का आंदोलन अब भी खत्म नहीं हुआ है. आंदोलनरत विद्युत संविदा कर्मियों का आरोप है कि संगठन के 4 प्रमुख लोगों ने आंदोलन स्थगित करने का फैसला लिया है लेकिन बाकी लोगों की इच्छा जानने का प्रयास ही नहीं किया. ऐसे में विद्युत संविदा कर्मियों द्वारा उन 4 प्रमुखों को उनके पद से हटाए जाने पर विचार किया जा रहा है.

छत्तीसगढ़ विद्युत संविदा कर्मी हरी चंद साहू ने कहा कि आंदोलन से 4 प्रतिनिधि अचानक से गायब हो जाते है और शाम को पोस्ट के जरिए पता लगता है कि आंदोलन समाप्त हो गया. सबके मन में दुविधा थी कि आंदोलन खत्म करने का फैसला अन्य लोगों के परामर्श के बिना कैसे लिया गया.

संविदा कर्मी बाल कृष्णा साहू ने कहा कि आज कार्यकारिणी की बैठक होगी. बैठक के बाद नई कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा. अध्यक्ष का चुनाव भी किया जाएगा और उसके बाद ये फैसला होगा कि आंदोलन जारी रखा जाना चाहिए या नहीं.

लोकेश जांगड़े ने कहा कि संगठन के 4 सदस्यों ने प्रबंधन से चर्चा की और आंदोलन खत्म करने की सहमति जताकर चले गए, हमसे पूछना भी जरूरी नहीं समझा इसलिए हमने सोचा है कि अब उनकी जगह दूसरों को संगठन का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया जाएगा जो इस तरह की दगाबाजी ना करें. काफी विद्युत कर्मी ऐसे है जो छत्तीसगढ़ में काफी दूर से आए है वो आंदोलन खत्म करने की फिराक में नहीं है, ऐसे में सभी से चर्चा करना जरूरी था.

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