Pratik Chauhan. रायपुर. कमर्शियल विभाग के अधिकारियों की नाक के नीचे से रायपुर रेलवे स्टेशन (Raipur Railway Station) से ट्रेनों में लोकल पानी यानी अनाधिकृत पानी की सप्लाई ट्रेनों में हो रही है. ऐसे ही एक लोकल पानी के खेल का लल्लूराम डॉट कॉम ने शनिवार को देर शाम खुलासा किया, जिसके बाद कमर्शियल विभाग और आरपीएफ (RPF) की मौजूदगी में इस खेप को जब्त किया गया.

लल्लूराम डॉट कॉम को लगातार ये सूचना मिल रही थी कि रायपुर रेलवे स्टेशन (Raipur Railway Station) से ट्रेनों में लोकल पानी (अनाधिकृत पानी) सप्लाई हो रहा है. इसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है और वेंडर गर्मी के दिनों में यात्रियों को ये पानी 20-25 रूपए में बेच रहे है. जबकि रेलवे द्वारा अधिकृत रेल नीर (Rail Neer) यात्रियों को 15 रूपए में उपलब्ध हैं.

शनिवार को भी सुबह लल्लूराम डॉट कॉम को ये सूचना मिली कि दरभंगा एक्सप्रेस से लोकल पानी की एक खेप चढ़ने वाली है. टीम रायपुर रेलवे स्टेशन पहुंची तो वह खेप बोगी नंबर बी-2 में चढ़ चूकी थी और टीम जब तक पहुंची ट्रेन रवाना होने की तैयारी में थी.

जिसके बाद लल्लूराम ने ट्विटर (Twitter, अब X) के माध्यम से रेलवे के अधिकारियों को ये जानकारी उपलब्ध कराई कि ट्रेन में रायपुर से लोकल पानी चढ़ा है. रेलवे के अधिकारियों ने दुर्ग और फिर गोंदिया में इसकी जांच भी की. लेकिन वेंडरों ने पूरी ट्रेन में 1-1 पेटी अलग-अलग बोगी में छिपा दी. यही कारण है कि ट्रेन के अंदर से लोकल पानी नहीं जब्त किया जा सका. उक्त ट्रेन में लोकल पानी की सप्लाई के जांच के दौरान रायपुर, दुर्ग और गोंदिया की आरपीएफ टीम (कंट्रोल से) लगातार संपर्क में थीं.

शनिवार शाम को पुनः लल्लूराम डॉट कॉम को सूचना मिली कि रायपुर रेलवे स्टेशन में गुढ़ियारी छोर से पुनः लोकल पानी की एक खेप ट्रेन में सप्लाई होने के लिए तैयार है.

बिना देरी किए टीम रायपुर रेलवे स्टेशन पहुंची और ठेले में भरे लोकल पानी की खेप को ट्रेप किया. इसके बाद टीम ने इसकी सूचना आरपीएफ को दी, और आरपीएफ ने कमर्शियल विभाग के अधिकारियों को. थोड़ी देर बाद पूरी टीम वहां पहुंची और लोकल पानी की खेप ( 24 पेटी) और 5 पेटी रेल नीर जब्त किया.

टीम को देखने के बाद लोकल पानी चढ़ाने वाले वहां से गायब हो गए, यही कारण है कि ये पानी रायपुर रेलवे स्टेशन में किसकी संरक्षण पर चढ़ाया जा रहा था इसकी जानकारी रेलवे को नहीं मिल सकी है.

शनिवार सुबह लल्लूराम डॉट कॉम ने रेलवे को उपलब्ध कराई थी जानकारी